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Showing posts from March, 2025

बहुत सुंदर

.🤷🏻‍♂️         एक उम्रदराज़ वृद्ध से     पच्चीस साल के एक युवक ने  पूछा ~ अब तबीयत कैसी है दादा !                 क्या हाल चाल है ? 😇   दादा ने ...       संस्कृत का ज्ञाता होने के नाते     उस युवक को मन्त्र वाले अंदाज में              जवाब दिया कि ...  वृद्धावस्था में क्या हालत होती है,      क्या तकलीफ होती है और         क्या-क्या कष्ट होते हैं ?        जरा ध्यान से पढ़िएगा तो         आनंद अवश्य आएगा.        😭😤  😬  😤😭  मुखे न दाँतम् , माथे न बालम् ,     बधिरम् कानम् , पोपले गालम्.   दुखत अंगम्, सिकुड़म् खालम् ,     न शेष सुरम्, न शेष तालम्.    वैद्यम् बुलावम्, पूछम् हालम् ,   काया अकड़म्, मकड़ीं जालम्.     वैद्यम् उवाचम्, परहेज पालम्,   चटनी, अचारम् सब त्याग डालम्. ...

योजक*

* योजक* *प्रेरणात्मक* 🪴🪴🪴       एक *गांव में एक किसान रहता था। वह रोज सुबह झरनों से साफ पानी लाने के लिए दो बड़े घड़े ले जाता था, जिन्हें वह डंडे में बांधकर अपने कंधे पर दोनों ओर लटका लेता था। उनमें से एक घड़ा कहीं से फूटा हुआ था,* और दूसरा एकदम सही था । इस तरह रोज घर पहुंचते-पहुंचते किसान के पास डेढ़ घड़ा पानी ही बच पाता था। सही घड़े को इस बात का घमंड  था कि वो पूरा का पूरा पानी घर पहुंचाता है और उसके अन्दर कोई कमी नहीं है। दूसरी तरफ फूटा घड़ा इस बात से शर्मिंदा  रहता था कि वो आधा पानी ही घर तक पहुंचा पाता है और किसान की मेहनत बेकार जाती है। फूटा घड़ा ये सब सोचकर बहुत परेशान रहने लगा और एक दिन उससे रहा नहीं गया। उसने किसान से कहा,  'मैं खुद पर शर्मिंदा हूं और आपसे माफी मांगना चाहता हूं।' किसान ने पूछा, 'क्यों ❓ तुम किस बात से शर्मिंदा हो❓'  फूटा घड़ा बोला, 'शायद आप नहीं जानते पर मैं एक जगह से फूटा हुआ हूं, और पिछले दो सालों से मुझे जितना पानी घर पहुंचाना चाहिए था, बस उसका आधा ही पहुंचा पाया हूं। मेरे अंदर ये बहुत बड़ी कमी है और इस वजह से आपकी मेहनत बर्बाद हो...

कुछ सीख

एक नदी में बाढ़ आती है, छोटे से टापू में पानी भर जाता है।  वहाँ रहने वाला सीधा साधा एक चूहा कछुवे से कहता है  मित्र ! क्या तुम मुझे  नदी पार करा सकते हो? मेरे बिल में पानी भर गया है! कछुवा राजी हो जाता है, और चूहे को अपनी पीठ पर बैठा लेता है,  तभी एक बिच्छू भी  बिल से बाहर आता है, और  कहता है  मुझे भी पार जाना है। मुझे भी ले चलो। चूहा बोला  मत बिठाओ,  ये जहरीला है,ये मुझे काट लेगा। तभी समय की गम्भीरता को भाँपकर  बिच्छू बड़ी विनम्रता से  कसम खाकर  प्रेम प्रदर्शित करते हुए कहता है भाई !कसम से नहीं काटूँगा,बस मुझे भी ले चलो।  कछुआ ... चूहे और बिच्छू को लेकर   तैरने लगता है।तभी बीच रास्ते में बिच्छू   चूहे को काट लेता है।  चूहा चिल्लाकर कछुवे से बोलता है         मित्र ! इसने मुझे काट लिया,                  अब मैं नहीं बचूँगा।        थोड़ी देर बाद उस बिच्छू ने        कछुवे को भी डंक मार दिया।   ...

Song Review

Let’s start the day with K. Amarnath’s 1964 romantic drama film *”Ishaara”* directed by K. Amarnath.  The film starred Joy Mukherjee and Vyjayantimala. They were supported by Jayant, Shammi, Murad, Birbal, Agha and Pran.  While looking for songs, or rather while stumbling upon songs, I often realise how little I know about old movies and their songs. For instance, what do I know about this movie called “Ishaaraa” (1964) ? Nothing much really. Yet, for a movie that few people know about, this movie has some wonderful songs in it. The songs incidentally are for some reason as obscure as the movie itself. This movie is set on the backdrp of Delhi and the songs give us a liberal view of the landmarks of Delhi. This song is a fantastic song. It shows Joy Mukherji riding a bicycle and singing away joyously, with the landmarks of Delhi visible in the background. Mukesh has sung his song with his usual Midas touch. Majrooh Sultanpuri is the lyricist and Kalyanji Anandji have composed ...

Laughter Works Like Medicine!

* Today is Husband Appreciation Day👏💐!* Let us keep 2 minutes silence and read some quotes of great personalities.  First quote After marriage, husband and wife become two sides of a coin, they just can’t face each other, but still they stay together. – Al Gore  A good wife always forgives her husband when she’s wrong. – Barack Obama  When you are in love, wonders happen. But once you get married, you wonder, what happened. - Steve Jobs  And the best one is… Marriage is a beautiful forest where Brave Lions are killed by Beautiful Deers. - Brad Pitt  National Husband Appreciation Day !! 💐😀 Laughter Therapy  While getting married, most of the guys say to girl's parents,  " I will keep your daughter happy for the rest of her life ". Have you ever heard a girl saying something like this to the boy's parents like I will keep your son happy for the rest of his life  Nooooo ... because women don't tell lies!  -x-x-x-x-x-x-x- If wife wants husban...

मित्र की पहचान

💢🟣💢🟣💢🟣💢🟣💢🟣💢🟣💢                            * 28 - 03 - 2025*                         *|| मित्र की पहचान ||*            *महापुरुषों के वचन हैं, कि विरोध करने वाला आपका शत्रु नहीं अपितु गलत कार्यों में आपका विरोध ना करने वाला आपका शत्रु है।जो गलत कार्यों में आपका साथ दे वो आपका शत्रु अवश्य है। सच्चा हितैषी तो वही है, जो गलत को गलत कहने का सामर्थ्य रखे एवं अप्रिय कर्म अथवा कुकर्म से सदैव आपको बचाने का भी प्रयास करता रहे।।*           *परिणाम को जानते हुए भी विदुर जी ने दुर्योधन के तो विभीषण जी ने रावण के गलत कर्मों का कभी समर्थन नहीं किया अपितु उन्हें सदैव श्रेष्ठ एवं सत्य की राह का उपदेश ही करते रहे। दुर्योधन ने चाचा विदुर की बात मान ली होती तो महाभारत ना होता और रावण ने भाई विभीषण की बात मान ली होती तो लंका का सर्वनाश ना होता।नश्वर पथ से रोकना और ईश्वर से जोड़ना ही सच्चे मित्र का लक्षण है।।* *🙏?...

बहुत सुंदर दिल को छूने वाली लाईन...

बहुत सुंदर दिल को छूने वाली लाईन... सपने मे अपनी मौत को करीब से देखा....😓 कफ़न में लिपटे तन जलते अपने शरीर को देखा.....😭 खड़े थे लोग हाथ बांधे एक कतार में... कुछ थे परेशान कुछ उदास थे ..... पर कुछ छुपा रहे अपनी मुस्कान थे.. दूर खड़ा देख रहा था मैं ये सारा मंजर..... .....तभी किसी ने हाथ बढा कर मेरा हाथ थाम लिया .... और जब देखा चेहरा उसका तो मैं बड़ा हैरान था..... हाथ थामने वाला कोई और नही...मेरा भगवान था... चेहरे पर मुस्कान और नंगे पाँव था.... जब देखा मैंने उस की तरफ जिज्ञासा भरी नज़रों से..... तो हँस कर बोला....  "तूने हर दिन दो घडी जपा मेरा नाम था..... आज प्यारे उसका क़र्ज़ चुकाने आया हूँ...।" रो दिया मै.... अपनी बेवक़ूफ़ियो पर तब ये सोच कर ..... जिसको दो घडी जपा वो बचाने आये है...  और जिन मे हर घडी रमा रहा वो शमशान पहुचाने आये है.... तभी खुली आँख मेरी  बिस्तर पर विराजमान था..... कितना था नादान मैं  हकीकत से अनजान था....🙏🙏

Song Review

Let’s start the day with K. Amarnath’s 1964 romantic drama film *”Ishaara”* directed by K. Amarnath.  The film starred Joy Mukherjee and Vyjayantimala. They were supported by Jayant, Shammi, Murad, Birbal, Agha and Pran.  While looking for songs, or rather while stumbling upon songs, I often realise how little I know about old movies and their songs. For instance, what do I know about this movie called “Ishaaraa” (1964) ? Nothing much really. Yet, for a movie that few people know about, this movie has some wonderful songs in it. The songs incidentally are for some reason as obscure as the movie itself. This movie is set on the backdrp of Delhi and the songs give us a liberal view of the landmarks of Delhi. This song is a fantastic song. It shows Joy Mukherji riding a bicycle and singing away joyously, with the landmarks of Delhi visible in the background. Mukesh has sung his song with his usual Midas touch. Majrooh Sultanpuri is the lyricist and Kalyanji Anandji have composed ...

गहराई से सोचिए❓❓*

जलती रही जोहर में नारियां  भेड़िये फ़िर भी मौन थे।  हमें पढाया गया अकबर'' महान, तो फिर महाराणा प्रताप कौन थे। 😇😇 सड़ती रही लाशें सड़को पर   गांधी फिर भी मौन थे, हमें पढ़ाया गांधी के चरखे से आजादी आयी, तो फांसी चढ़ने वाले 16-25 साल के वो जवान कौन थे  😇😇 वो रस्सी आज भी  संग्रहालय में है जिस्से गांधीजी बकरी बांधा करते थे किन्तु वो रस्सी कहां है जिस पे भगत सिंह , सुखदेव और राजगुरु हसते हुए झूले थे 😇😇 " हालात.ए.मुल्क देख के रोया न गया... कोशिश तो की पर मूंह ढक के सोया न गया".  जाने कितने झूले थे फाँसी पर,कितनो ने गोली खाई थी.... क्यो झूठ बोलते हो साहब, कि चरखे से आजादी आई थी.... 😥😥😥😥😥😥 मंगल पांडे को फाँसी❓ तात्या टोपे को फाँसी❓ रानी लक्ष्मीबाई को अंग्रेज सेना ने घेर कर मारा❓ भगत सिंह को फाँसी❓ सुखदेव को फाँसी❓ राजगुरु को फाँसी❓ चंद्रशेखर आजाद का एनकाउंटर अंग्रेज पुलिस द्वारा❓ सुभाषचन्द्र बोस को गायब करा दिया गया❓ भगवती चरण वोहरा बम विस्फोट में मृत्यु❓ रामप्रसाद बिस्मिल को फाँसी❓ अशफाकउल्लाह खान को फाँसी❓ रोशन सिंह को फाँसी❓ लाला लाजपत राय की लाठ...

कुछ पत्ते की जानकारी

हिन्दू धर्म और पूजन में ९ शुभ पेड़ के पत्ते वैसे आपने कड़ी पत्ता, पत्तागोभी, तेजपत्ता, पुदीना, पालक, बेल पत्ता, हरे प्याज के पत्ते आदि का उपयोग तो किया ही होगा। पत्तों का उपयोग खाने, पूजा करने और घाव आदि पर लगाने में किया जाता है। हालांकि कुछ पत्ते ऐसे हैं जिन्हें शुभ और पवित्र मानकर उनका पूजा में उपयोग किया जाता है। ऐसे ही कुछ पत्ते की जानकारी यहां प्रस्तुत है। 🍃१. तुलसी पत्ता :-  भगवान विष्णु को सबसे प्रिय है तुलसी का पत्ता। भगवान को जब भोग लगाते हैं या उन्हें जल अर्पित करते हैं तो उसमें तुलसी का एक पत्ता रखना जरूरी होता है। तुलसी का पत्ता खाते रहने से किसी भी प्रकार का रोग और शोक नहीं होता। तुलसी के पत्ते को शाम को नहीं तोड़ते और किसी रजस्वला स्त्री की उस पर छाव भी नहीं पड़ना चाहिए। दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्धिकरण किया जा सकता है। तांबे के लोटे में एक तुलसी का पत्ता डालकर ही रखना चाहिए। तांबा और तुलसी दोनों ही पानी को शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं। 🍃२. बिल्वपत्र :-  हिन्दू धर्म में बिल्व अथवा बेल (बिल्ला) पत्र भगवान शिव की आराधना का मु...

Today is world husband's day...

😂😂😂😂😂😂😂 * 32 दांत दिखाकर फोन लॉक किया* *था...* *रात को एक दांत गिर गया...* *अब लॉक खुल नहीं रहा...*🥲 😜😜😜😜😜😜😜 Today is Husband Appreciation Day . Let us keep 2 minutes silence and read some quotes of great personalities.  First quote After marriage, husband and wife become two sides of a coin, they just can’t face each other, but still they stay together. – Al Gore  A good wife always forgives her husband when she’s wrong. – Barack Obama  When you are in love, wonders happen. But once you get married, you wonder, what happened. - Steve Jobs  And the best one is… Marriage is a beautiful forest where Brave Lions are killed by Beautiful Deers. - Brad Pitt  National Husband Appreciation Day !! 💐😀 Laughter Therapy  While getting married, most of the guys say to girl's parents,  " I will keep your daughter happy for the rest of her life ". Have you ever heard a girl saying something like this to the boy's parents like I will keep your son hap...

Baharon Mera Jeevan Bhi Sanwaro" Song Review

Let’s start the day with Himalaya Film’s 1966 drama film *”Aakhri Khat”* written and directed by Chetan Anand.  The film starred Rajesh Khanna and Indrani Mukherjee. They were supported by Master Bunty, Nana Palsikar, Manvendra Chitnis, Mohan Choti and Tun Tun.  Aakhri Khat was Rajesh Khanna's first release, followed by Raaz. This was Rajesh Khanna's debut film. He was offered "Raaz" (1967) earlier but it was released only the next year. Khanna landed the lead role in this Chetan Anand film by winning a talent contest conducted by Filmfare and a consortium of film producers who had come together to form a banner called United Producers. As a winner of this contest, Rajesh Khanna got the opportunity to feature in films by each of these producers. Other than Anand, this group of producers included G.P. Sippy, B.R. Chopra, Shakti Samanta, Nasir Husain, and Bimal Roy. The film was remade in Tamil as "Poonthalir" (1979) and in Telugu as "Chinnari Chitti Babu...

सुनार की तकदीर

*❄️ आज का प्रेरक प्रसंग ❄️*         *!! सुनार की तकदीर !!* ~~~~~~~~~       एक बार किसी देश का राजा अपनी प्रजा का हाल-चाल पूछने के लिए गाँवों में घूम रहा था। घूमते-घूमते उसके कुर्ते के सोने के बटन की झालर टूट गई, उसने अपने मंत्री से पूछा, कि इस गांव में कौन सा सुनार है, जो मेरे कुर्ते में नया बटन बना सके? उस गांव में सिर्फ एक ही सुनार था, जो हर तरह के गहने बनाता था, उसको राजा के सामने ले जाया गया।      राजा ने कहा, कि तुम मेरे कुर्ते का बटन बना सकते हो ?      सुनार ने कहा, हुज़ूर यह कोई मुश्किल काम थोड़े ही है ! उसने, कुर्ते का दूसरा बटन देखकर, नया बना दिया। और राजा के कुर्ते में फिट कर दिया।।      राजा ने खुश होकर सुनार से पूछा, कि कितने पैसे दूं ?       सुनार ने कहा :- "महाराज रहने दो, छोटा सा काम था।"      उसने, मन में सोचा, कि सोना राजा का था, उसने तो सिर्फ मजदूरी की है। और राजा से क्या मजदूरी लेनी है...!      राजा ने फिर से सुनार को कहा कि, नहीं-नहीं, बोलो कित...

चना

🟣 चना 🟣 चना मात्र एक दाल या बेसन ही नही अपितु कई रोगों के उपचार की गुणवान औषधि भी है जानिए चना के औषधीय गुण आयुर्वेद में चने की दाल और चने को शरीर के लिए स्वास्थवर्धक बताया गया है। चने के सेवने से कई रोग ठीक हो जाते हैं। क्योंकि इसमें प्रोटीन, नमी, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स पाये जाते हैं। स्वास्थ्य के लिए भी यह दूसरी दालों से पौष्टिक आहार है। चना शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। साथ ही यह दिमाग को तेज और चेहरे को सुंदर बनाता है। चने के सबसे अधिक फायदे इन्हे अंकुरित करके खाने से होते है! 1 सुबह खाली पेट चने से मिलते है कई फायदे शरीर को सबसे ज्यादा पोषण काले चनों से मिलता है। काले चने अंकुरित होने चाहिए। क्योंकि इन अंकुरित चनों में सारे विटामिन्स और क्लोरोफिल के साथ फास्फोरस आदि मिनरल्स होते हैं जिन्हें खाने से शरीर को कोई बीमारी नहीं लगती है। काले चनों को रातभर भिगोकर रख लें और हर दिन सुबह दो मुट्ठी खाएं। कुछ ही दिनों में र्फक दिखने लगेगा! 2 भीगे चने से लाभ रातभर भिगे हुए चनों से पानी को अलग कर उसमें अदरक, जीरा और नमक को मिक्स कर खाने से कब्ज और पेट दर्द...

!! विद्वान !!*

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*                 *!! विद्वान !!* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ एक महान विद्वान से मिलने के लिये एक दिन रोशनपुर के राजा आये। राजा ने विद्वान से पुछा, ‘क्या इस दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति है जो बहुत महान हो लेकिन उसे दुनिया वाले नहीं जानते हो?’ विद्वान ने राजा से विनम्र भाव से मुस्कुराते हुये कहा, ‘हम दुनिया के ज्यादातर महान लोगों को नहीं जानते हैं।’ दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो महान लोगों से भी कई गुना महान हैं। राजा ने विद्वान से कहा, ‘ऐसे कैसे संभव है’। विद्वान ने कहा, मैं आपको ऐसे कई व्यक्तियों से मिलवाऊंगा। इतना कहकर विद्वान, राजा को लेकर एक गांव की ओर चल पड़े। रास्ते में कुछ दुर पश्चात् पेड़ के नीचे एक बुढ़ा आदमी वहाँ उनको मिल गया। बुढ़े आदमी के पास एक पानी का घड़ा और कुछ डबल रोटी थी। विद्वान और राजा ने उससे मांगकर डबल रोटी खाई और पानी पिया। जब राजा उस बूढ़े आदमी को डबल रोटी के दाम देने लगा तो वह आदमी बोला- महोदय, मैं कोई दुकानदार नहीं हूँ। मैं बस वही कर रहा हूँ जो मैं इस उम्र में करने योग्य हूँ। मेरे बेटे का डबल रोटी का व्य...

क्रांतिकारी पत्रकार गणेशशंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस

25 मार्च 1931 क्रांतिकारी पत्रकार गणेशशंकर विद्यार्थी का बलिदान  चंद्रशेखर आजाद और भगतसिंह की भेंट इन्हीं ने कराई थी राष्ट्र और संस्कृति को सर्वोपरि मानते थे  --- रमेश शर्मा  सार्वजनिक जीवन या पत्रकारिता में ऐसे नाम विरले हैं जिनका व्यक्तित्व व्यापक है और जो विभिन्न विचारों में समन्वय बिठा कर राष्ट्र और संस्कृति की सेवा में समर्पित रहे हों । ऐसे ही  क्राँतिकारी पत्रकार थे गणेश शंकर विद्यार्थी । उन्हे उनके जीवन में और जीवन के बाद भी सब अपना मानते हैं । वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अहिसंक आँदोलन में जहाँ स्वयं सीधे जुड़े थे तो वहीं क्राँतिकारी आँदोलन के बलिदानियों के अज्ञातवास की व्यवस्था करते थे । यह व्यवस्था उनके रुकने से लेकर धन प्रबंध तक होती थी । वे पाँच बार जेल गये । वे राष्ट्र के लिये सामाजिक और साम्प्रदायिक एकता आवश्यक मानते थे और कहते थे कि राष्ट्र का आधार समन्वय और सद्भाव है संस्कृति राष्ट्र पहचान है । पूजा उपासना पद्धति पृथक होने से राष्ट्रीयता नहीं बदलती।  इसलिये सबके लिये राष्ट्र और संस्कृति सर्वोपरि होना चाहिए । वे सदैव इसी अभियान में लगे रहे और इ...

कोविड vs महाकुंभ

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इस जीवन में दो अद्भुत चीज देखने को मिली: पहला कोविड और दूसरा महाकुंभ एक ने दूरी बढ़ायी और दूसरे ने घटाई। बिलकुल!  1. कोविड ने कहा – "दूरी बना लो, जान बचा लो!" महाकुंभ ने कहा – "भीड़ बढ़ा लो, पुण्य कमा लो!" कोविड बोला – "मास्क लगाओ, घर में रहो!"  2. महाकुंभ बोला – "डुबकी लगाओ, मुक्ति पाओ!"  एक ने साँसों को उलझा दिया, दूजे ने हर हर गंगे का नारा दिया! कोई बोला – चार दिवार रहो ,,,सुरक्षित रहो' तो कोई बोला – 'संगम चलो, भवसागर से पार चलो' ये ज़िंदगी भी अजीब रंग दिखाती है, कभी दूरी ज़रूरी हो जाती है, तो कभी भीड़ ही सबसे बड़ी ताकत बन जाती है...!

नज़रिया बदलो।

* आपको लगता है कि आपके प्लान काम नहीं कर रहे?*  तो ज़रा सोचिए, *Sunita Williams* और *Barry Wilmore* को भी यही लगा होगा। वो सोचकर गए थे कि 8 दिन के लिए अंतरिक्ष में रहेंगे। पर वो 286 दिन तक वहीं फंसे रह गए! वो सचमुच अंतरिक्ष में फंसे हुए थे। सोचिए ज़रा: आपने छोटी सी ट्रिप के लिए सामान पैक किया, और आप लगभग एक साल तक लौट ही नहीं पाए। कोई ताज़ी हवा नहीं। असली खाना नहीं। बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं—बस इंतज़ार। 👉🏾 और ये भी पता नहीं कि कब (या फिर क्या आप वापस लौट पाएंगे भी या नहीं)। और हम यहाँ, सब्र खो देते हैं जब: • 10 मिनट का ट्रैफिक जाम हो जाता है। • कोई डील कुछ महीने लेट हो जाती है। • एक रिजेक्शन ईमेल देखकर हार मान लेते हैं। नज़रिया बदलो। इन अंतरिक्ष यात्रियों के पास कोई कंट्रोल नहीं था। कोई टिकट नहीं बुक कर सकते थे। बस शांत रहना था, भरोसा रखना था, और 286 दिन तक धैर्य रखना था। और आखिर में… वो लौटे। सिर्फ लौटे ही नहीं, इतिहास भी रच दिया। अगर ये सब्र, हिम्मत, और समाधान की सबसे बड़ी मिसाल नहीं है, तो फिर क्या है? इन दोनों को सलाम! वो सिर्फ बचे नहीं, बल्कि मिसाल बन गए। तो अगली ...

Allergy treatment

चैत्र माह चल रहा है. सुबह -सुबह खाली पेट चाय पीने की जगह 10-20 दिन नीम की कच्ची कोंपल खाइये. इससे बढ़िया रक्त शोधक औषधि पूरी दुनियाँ में नहीं है. सन 2010 -11 के लगभग मुझे एलर्जी हुई, जिसमें पूरे शरीर में छोटी - छोटी गांठे बनती और वो बड़ी गाँठ का रूप ले लेती और उनमें भयंकर खुजली चलती.मैंने राजस्थान के अच्छे डॉक्टरों की दवाई ली, फिर भी कोई आराम नहीं हुआ. जयपुर SMS हॉस्पिटल में जाँच करवाई,उससे भी कुछ पता नहीं चल पाया. एक वैध से दवा ली, जिसके परहेज ऐसे थे की एक महीने में मेरा वजन 10-12 किलो कम हो गया. मैंने 6-7 साल हर तरह का प्रयास किया लेकिन मुझे फायदा नहीं हुआ. मैं भयंकर रूप से परेशान हो गया. एलोपैथी, होम्योपैथी, देशी दवा जैसे सारे इलाज लिए लेकिन मुझे निराशा हाथ लगी. 2017 में मैंने चैत्र में सुबह - सुबह खाली पेट नीम की कच्ची कोंपल खायी,लगातार 1 महीने तक. मुझे उससे 90 फीसदी फायदा हुआ. उसके बाद 3 साल के अंदर मेरी बीमारी बिल्कुल ठीक हो गई. तब से लेकर अब तक मैं बिल्कुल ठीक हूँ. नीम की कोंपल खाने के बाद आज तक मुझे किसी प्रकार का वायरल बुखार नहीं हुआ है, इसलिए मैं सभी को चैत्र माह में नीम की कों...

नज़रिया बदलो।

* आपको लगता है कि आपके प्लान काम नहीं कर रहे?*  तो ज़रा सोचिए, *Sunita Williams* और *Barry Wilmore* को भी यही लगा होगा। वो सोचकर गए थे कि 8 दिन के लिए अंतरिक्ष में रहेंगे। पर वो 286 दिन तक वहीं फंसे रह गए! वो सचमुच अंतरिक्ष में फंसे हुए थे। सोचिए ज़रा: आपने छोटी सी ट्रिप के लिए सामान पैक किया, और आप लगभग एक साल तक लौट ही नहीं पाए। कोई ताज़ी हवा नहीं। असली खाना नहीं। बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं—बस इंतज़ार। 👉🏾 और ये भी पता नहीं कि कब (या फिर क्या आप वापस लौट पाएंगे भी या नहीं)। और हम यहाँ, सब्र खो देते हैं जब: • 10 मिनट का ट्रैफिक जाम हो जाता है। • कोई डील कुछ महीने लेट हो जाती है। • एक रिजेक्शन ईमेल देखकर हार मान लेते हैं। नज़रिया बदलो। इन अंतरिक्ष यात्रियों के पास कोई कंट्रोल नहीं था। कोई टिकट नहीं बुक कर सकते थे। बस शांत रहना था, भरोसा रखना था, और 286 दिन तक धैर्य रखना था। और आखिर में… वो लौटे। सिर्फ लौटे ही नहीं, इतिहास भी रच दिया। अगर ये सब्र, हिम्मत, और समाधान की सबसे बड़ी मिसाल नहीं है, तो फिर क्या है? इन दोनों को सलाम! वो सिर्फ बचे नहीं, बल्कि मिसाल बन गए। तो अगली ...

संगीत सम्राट रविंद्र जैन

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1. संगीत सम्राट 2. गूंजता सुर 3. संवेदनशील कवि रविंद्र जैन की सबसे यादगार कृतियों में रामानंद सागर की 'रामायण' (1987) का संगीत शामिल है। उनके द्वारा रचित भजन और संगीतमय प्रस्तुति ने 'रामायण' को एक अमर कृति बना दिया। "रामायण" के भजन जैसे "रामजी की निकली सवारी" और "मंगल भवन अमंगल हारी" आज भी हर भारतीय के दिल में बसे हुए हैं। उनका भक्ति संगीत लोगों को ईश्वर से जोड़ने का कार्य करता है। उनके द्वारा गाए गए भजनों ने लाखों लोगों के मन में श्रद्धा और भक्ति की भावना को प्रबल किया। रविंद्र जैन केवल एक संगीतकार नहीं, बल्कि एक प्रेरणा थे। उन्होंने हमें सिखाया कि जीवन में आने वाली चुनौतियाँ केवल हमारी परीक्षा लेती हैं, लेकिन अगर हम समर्पण और मेहनत से आगे बढ़ें, तो सफलता निश्चित है। उनकी संगीतमय विरासत सदैव जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। उनका जीवन एक संदेश है कि "संगीत और भक्ति किसी भी कमी को शक्ति में बदल सकते हैं।" वे भले ही आज हमारे बीच न हों, लेकिन उनकी स्वर-साधना और भक्ति संगीत सदा अमर रहेगा।

शीतला_माता_की_कथा🎪*

*🚩 जय शीतला माता की🚩* *🎪शीतला_माता_की_कथा🎪*   एक समय की बात है, शीतला माता ने सोचा कि चलो आज देखूं कि धरती पर मेरी पूजा कोन  कोन करता है, कोन मुझे मानता है ।  यही सोचकर शीतला माता धरती पर राजस्थान के डूंगरी गाँव में आई और देखा कि इस गाँव में मेरा मंदिर भी नही है, ना मेरी पूजा है। माता शीतला गाँव कि गलियों में घूम रही थी, तभी एक मकान के ऊपर से किसी ने चावल का उबला पानी (मांड) नीचे फेंका वह उबलता पानी शीतला माता के ऊपर गिरा जिससे शीतला माता के शरीर में (छाले) फफोले पड़ गये। शीतला माता के पूरे शरीर में जलन होने लगी। शीतला माता गाँव में इधर उधर भाग भाग के चिल्लाने लगी अरे में जल गई, मेरा शरीर तप रहा है, जल रहा है | कोई मेरी मदद करो। लेकिन उस गाँव में किसी ने शीतला माता की मदद नहीं करी। वही अपने घर के बहार एक कुम्हारन (महिला) बैठी थी। उस कुम्हारन ने देखा कि अरे यह बूढी माई तो बहुत जल गई है। इसके पुरे शरीर में तपन है। इसके पुरे शरीर में (छाले) फफोले पड़ गये है। यह तपन सहन नही कर पा रही है। तब उस कुम्हारन ने कहा है माँ तू यहाँ आकार बैठ जा, मैं तेरे शरीर के ऊपर ठंडा पानी डालती...

Song of the Day

Let’s start the day with Rajendra Bhatia’s 1971 drama film *”Paraya Dhan”* directed by Rajendra Bhatia.  The film starred Rakesh Roshan and Hema Malini. They were supported by Balraj Sahni, Jayshree T, Abhi Bhattacharya, Achala Sachdev, Ajit and Om Prakash.  The film was predominantly shot in Kullu Manali and captures it beautifully. Film.consist of fresh pairing of Rakesh Roshan and Hema Malini.. they both looked stunning together.By the time of its release Hema was already a big star thanks to Johny Mera Naam...while Rakesh was new commer with just one release Ghar Ghar ki Kahani.. One of.the under rated movie of Hindi cinema....film excels.in all department be it story, performance, music, art direction....Movie was ahead of its tiime The movie is not remembered much today,but its songs were hugely popular those days. I loved listening to the songs of this movie without being aware of the fact that they were from this movie. Today’s song is sung by Kishore Kumar and Asha Bh...

शीतला_माता_की_कथा🎪*

*🚩 जय शीतला माता की🚩* *🎪शीतला_माता_की_कथा🎪*   एक समय की बात है, शीतला माता ने सोचा कि चलो आज देखूं कि धरती पर मेरी पूजा कोन  कोन करता है, कोन मुझे मानता है ।  यही सोचकर शीतला माता धरती पर राजस्थान के डूंगरी गाँव में आई और देखा कि इस गाँव में मेरा मंदिर भी नही है, ना मेरी पूजा है। माता शीतला गाँव कि गलियों में घूम रही थी, तभी एक मकान के ऊपर से किसी ने चावल का उबला पानी (मांड) नीचे फेंका वह उबलता पानी शीतला माता के ऊपर गिरा जिससे शीतला माता के शरीर में (छाले) फफोले पड़ गये। शीतला माता के पूरे शरीर में जलन होने लगी। शीतला माता गाँव में इधर उधर भाग भाग के चिल्लाने लगी अरे में जल गई, मेरा शरीर तप रहा है, जल रहा है | कोई मेरी मदद करो। लेकिन उस गाँव में किसी ने शीतला माता की मदद नहीं करी। वही अपने घर के बहार एक कुम्हारन (महिला) बैठी थी। उस कुम्हारन ने देखा कि अरे यह बूढी माई तो बहुत जल गई है। इसके पुरे शरीर में तपन है। इसके पुरे शरीर में (छाले) फफोले पड़ गये है। यह तपन सहन नही कर पा रही है। तब उस कुम्हारन ने कहा है माँ तू यहाँ आकार बैठ जा, मैं तेरे शरीर के ऊपर ठंडा पानी डालती...

पाकीज़ा कौन थी ?*

*● पाकीज़ा कौन थी ?* अधिकतर दर्शक यही समझते हैं - इस सिनेमा में मीना कुमारी ही पाकीज़ा हैं - बल्की कहानी कुछ और है - बकौल कमाल अमरोही के पुत्र :  सिनेमा के अंतिम दृश्यों में - जब राजकुमार मीना कुमारी को इज्जत के साथ विदा कर के ले जाते हैं - उसी दृश्य में - एक छोटी सी टीनएजर लड़की पर कैमरा फोकस करता है - वो लड़की बारात को देख बहुत खुश होती है - उसे लगता है एक दिन उसके लिए भी बारात आयेगी और वो भी मीना कुमारी की तरह हंसी खुशी विदा लेगी - पर ऐसा नहीं है - वो लड़की अब बस चंद दिनों में कोठे पर नाचने को थी ।  इस सिनेमा के एडिटर डी एन पाई ने लगभग इस दृश्य को उड़ा दिया था - जब कमाल अमरोही को पता चला - वो पाई साहब को समझाए - पाई साहब बोले - "यही लड़की पाकीज़ा है ..यह बात कौन समझेगा ? " कलाम अमरोही बोले - " अगर एक आदमी भी समझ गया - यही लड़की पाकीज़ा है - समझो मेरी मेहनत पुरी हुई - दिल को तसल्ली मिलेगी " ..  लगभग एक साल बाद - कमाल अमरोही को एक दर्शक का ख़त आया - जिसमे उस मासूम लड़की के पाकीज़ा होने का ज़िक्र था ! कमाल आरोही ने पाई साहब को बुलाया और ख़त दिखाया ...:) फिर उस दर्शक को पुरे देश क...

मैं अभी ज़िंदा हूँ !

* मैं अभी ज़िंदा हूँ ! 😊* एक पार्टी में, जहाँ कई मशहूर हस्तियां शामिल थीं, एक बुजुर्ग सज्जन मंच पर आए। वह एक छड़ी के सहारे चल रहे थे और अपनी सीट पर बैठ गए। *🎤 मेजबान ने पूछा:* क्या आप अब भी डॉक्टर के पास अक्सर जाते हैं ?"   *👴 बुजुर्ग ने जवाब दिया:* हां, मैं अक्सर जाता हूं !"   *🎤 मेजबान ने फिर पूछा:* क्यों ?"   *👴 बुजुर्ग ने कहा:* मरीज़ों को डॉक्टर के पास अक्सर जाना चाहिए, तभी तो डॉक्टर ज़िंदा रह सकता है !"   *👏 सुनते ही दर्शकों ने तालियां बजाईं और हंस पड़े।* *🎤 मेजबान ने फिर पूछा:* तो क्या आप फार्मासिस्ट के पास भी जाते हैं ?"   *👴 बुजुर्ग ने जवाब दिया:* बिल्कुल, क्योंकि फार्मासिस्ट को भी ज़िंदा रहना है।"   *👏 इस जवाब पर और ज़ोरदार तालियां बजी।* *🎤 मेजबान ने पूछा:* तो क्या आप फार्मासिस्ट से मिली दवाई खाते भी हैं ?"   *👴 बुजुर्ग ने मुस्कुराते हुए कहा:* नहीं ! मैं अक्सर दवाइयां फेंक देता हूँ, क्योंकि मुझे भी ज़िंदा रहना है !!"   *😂 इस जवाब पर सभी लोग ठहाके मारकर हंसने लगे।* *🎤 अंत में मेज़बान ने ...

घुटनों के दर्द का उपचार .......

* घुटनों के दर्द का उपचार ........* जोड़-दर्द या घुटनों का दर्द या आर्थराइटिस एवं गठिया आदि के रोगोपचारों के बारे में इन आजमाए हुए अचूक नुस्खों को प्रयोग करे ... घुटनों में दर्द को कम करने के लिए गरम या ठंडे पेड से सिकाई की जरूरत हो सकती है| घुटनों में तीव्र पीड़ा होने पर आराम की सलाह डी जाती है ताकि दर्द और सूजन कम हो सके\ फिजियो थेरपी में चिकित्सक विभिन्न प्रक्रियाओं के द्वारा घुटनों के दर्द और सूजन को कम करने का प्रयास करते हैं... भोजन द्वारा इलाज के अंतर्गत रोजाना 3-4 खुारक खाते रहने से घुटनों की शक्ति को बढ़ाया जा सकता है| अस्थियों को मजबूत बनाए रखने के लिए केल्शियम का सेवन करना उपकारी है| केल्शियम की 500 एम् जी की गोली सुबह शाम लेते रहें| | दूध ,दही,ब्रोकली में पर्याप्त केल्शियम होता है| घुटनों के लचीलेपन को बढाने के लिए दाल चीनी,जीरा,अदरक और हल्दी का उपयोग उत्तम फलकारी है| इन पदार्थों में ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं जो घुटनों की सूजन और दर्द का निवारण करते हैं| मैथी दाने, सौंठ और हल्दी समान मात्रा में मिलाकर, पीसकर नित्य सुबह-शाम भोजन करने के बाद गरम पानी से, दो-दो चम्मच फ़की लेने से ल...

होली क्यों मनाते हैं ? पौराणिक मान्यता*

🛕🌞 *। ॐ श्री परमात्मने नमः ।* 🌞🛕 *होली क्यों मनाते हैं ? पौराणिक मान्यता*  *1-नृसिंह रूप में भगवान इसी दिन प्रकट हुए थे और हिरण्यकश्यप नामक असुर का वध कर भक्त प्रहलाद को दर्शन दिए थे।* *2-हिन्दू मास के अनुसार होली के दिन से नए संवत की शुरुआत होती है।* *3-चैत्र कृष्ण प्रतिपदा के दिन धरती पर प्रथम मानव मनु का जन्म हुआ था।* *4 -इसी दिन कामदेव का पुनर्जन्म हुआ था। इन सभी खुशियों को व्यक्त करने के लिए रंगोत्सव मनाया जाता है।* *5 -त्रेतायुग में विष्णु के 8वें अवतार श्री कृष्ण और राधारानी की होली ने रंगोत्सव में प्रेम का रंग भी चढ़ाया। श्री कृष्ण होली के दिन राधारानी के गांव बरसाने जाकर राधा और गोपियों के साथ होली खेलते थे। कृष्ण की रंगलीला ने होली को और भी आनंदमय बना दिया और यह प्रेम एवं अपनत्व का पर्व बन गया।* *6-भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन पूतना नामक राक्षसी का वध किया था। इसी खु़शी में गोपियों और ग्वालों ने रासलीला की और रंग खेला था।* *सामाजिक मान्यता*  *होली बसंत का त्यौहार है और इसके आने पर सर्दी ख़त्म हो जाती है  कुछ हिस्सों में इस त्यौहार का संबंध बसंत की फसल पकने से भी...

Holi Song for the Day

😜😜😜दो महिलाओ का वार्तालाप देखिऐः पहलीः और कल शाम कैसी रही? दूसरीः अरे बेडागर्क, वो ऑफिस से आऐ, फटाफट खाना खाया और सो गये बस। तुम सुनाओ, तुम्हारी कैसी रही।😜😜😜 दुसरी: अरे ऑसम, सो रोमाँटिक, वो ऑफिस से आऐ, फिर हम एक बढिया रेस्टोरेँट मे डिनर पर गये, फिर एक लाँग रोमाँटिक वॉक, घर पर आकर😜😜😜 फिर इन्हौने चारो तरफ कैँडल लगा दी। क्या बताऊ कितना मदहोश माहौल बन गया। ——— अब इन्ही महिलाओ के पतियो का वार्तालाप देखिऐः😜😜😜 पहलाः हा भई, कल शाम क्या रहा? दूसराः अरे बेहतरीन, घर पहुँचा, शाँति से खाना खाया और फिर आराम से सो गया, नो चिक चिक झिक झिक, शानदार रहा सब। तू सुना, तेरा क्या रहा? पहलाः अरे अपना तो दिमाग ख़राब हो गया।  घर पहुँचा तो देखा कि बिजली वाले कनैक्शन काट गये क्युकि मै घर की टैँशन मे बिल पे करना भूल गया, बीवी ने इसलिऐ खाना नही बनाया तो बाहर खाने जाना पडा, वहा वो कमबख्त रेस्टोरेँट इतना महँगा निकला की जेब खाली हो गई और ऑटो तक के पैसे ना बचे तो पैदल परेड करनी पडी घर तक। घर पर😜😜😜 बिजली नही तो सारी रात मोमबत्ती जलाकर बिना पंखे के रहे यार, मच्छर खा गये, कुल मिलाकर ऐसी सत्यानाशी शाम ना ...

Humor

😜😜😜 दो महिलाओ का वार्तालाप देखिऐः पहलीः और कल शाम कैसी रही? दूसरीः अरे बेडागर्क, वो ऑफिस से आऐ, फटाफट खाना खाया और सो गये बस। तुम सुनाओ, तुम्हारी कैसी रही।😜😜😜 दुसरी: अरे ऑसम, सो रोमाँटिक, वो ऑफिस से आऐ, फिर हम एक बढिया रेस्टोरेँट मे डिनर पर गये, फिर एक लाँग रोमाँटिक वॉक, घर पर आकर😜😜😜 फिर इन्हौने चारो तरफ कैँडल लगा दी। क्या बताऊ कितना मदहोश माहौल बन गया। ——— अब इन्ही महिलाओ के पतियो का वार्तालाप देखिऐः😜😜😜 पहलाः हा भई, कल शाम क्या रहा? दूसराः अरे बेहतरीन, घर पहुँचा, शाँति से खाना खाया और फिर आराम से सो गया, नो चिक चिक झिक झिक, शानदार रहा सब। तू सुना, तेरा क्या रहा? पहलाः अरे अपना तो दिमाग ख़राब हो गया।  घर पहुँचा तो देखा कि बिजली वाले कनैक्शन काट गये क्युकि मै घर की टैँशन मे बिल पे करना भूल गया, बीवी ने इसलिऐ खाना नही बनाया तो बाहर खाने जाना पडा, वहा वो कमबख्त रेस्टोरेँट इतना महँगा निकला की जेब खाली हो गई और ऑटो तक के पैसे ना बचे तो पैदल परेड करनी पडी घर तक। घर पर😜😜😜 बिजली नही तो सारी रात मोमबत्ती जलाकर बिना पंखे के रहे यार, मच्छर खा गये, कुल मिलाकर ऐसी सत्यानाशी शाम ना...

रोटी के प्रकार......(पढ़ना जरूर)

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रोटी के प्रकार......(पढ़ना जरूर) ==================== कुछ वृद्ध मित्र एक पार्क में बैठे हुऐ थे, वहाँ बातों - बातों में रोटी की बात निकल गई। तभी एक दोस्त बोला - जानते हो कि रोटी कितने प्रकार की होती है? किसी ने मोटी, पतली तो किसी ने कुछ और हीं प्रकार की रोटी के बारे में बतलाया।  तब एक दोस्त ने कहा कि नहीं दोस्त...भावना और कर्म के आधार से रोटी चार प्रकार की होती है।" पहली "सबसे स्वादिष्ट" रोटी " माँ की "ममता" और "वात्सल्य" से भरी हुई। जिससे पेट तो भर जाता है, पर मन कभी नहीं भरता। एक दोस्त ने कहा, सोलह आने सच, पर शादी के बाद माँ की रोटी कम ही मिलती है। उन्होंने आगे कहा  "हाँ, वही तो बात है। दूसरी रोटी पत्नी की होती है जिसमें अपनापन और "समर्पण" भाव होता है जिससे "पेट" और "मन" दोनों भर जाते हैं।", क्या बात कही है यार ?" ऐसा तो हमने कभी सोचा ही नहीं।  फिर तीसरी रोटी किस की होती है?" एक दोस्त ने सवाल किया। "तीसरी रोटी बहू की होती है जिसमें सिर्फ "कर्तव्य" का भाव होता है जो कुछ ...

Did You Know ??

Did You Know ?? Pronoy Roy is married to Radhika Roy. Radhika Roy is the sister of Brinda Karat of CPI(M).  Brinda Karat is the wife of Prakash Karat , ex-head of CPI(M).  Pronoy Roy is Arundhuti Roy's 1st cousin. Suhasini Haider is the daughter of Subramanian Swami. Sachin Pilot's ex wife is the daughter of Farooq Abdullah. Distorian Romila Thapar doesn’t know Sanskrit and Persian. Mahatma Gandhi worked for the British Army in Africa. Rajdeep Sardesai is circumcized for Secularism. He is married to Sagarika Ghose whose father is Bhaskar Ghose. Bhaskar Ghose, was appointed as Director General of Doordarshan by the Congress government.  Karan Thapar is a relative of Romila Thapar & Nehru. Kejriwal is funded since 2000 by the Ford Foundation. Barkha Dutt is currently married to Haseeb Ahmed Drabu, who is a PDP politician from J&K. Before him, Barkha was married to another Kashmiri Muslim Mr. Mir. Nidhi Razdan has strong ties with Omar Abdullah, CM of J&K. Sonia ...

कड़वा वचन !!*

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*            *!! कड़वा वचन !!* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ सुंदर नगर में एक सेठ रहते थे। उनमें हर गुण था- नहीं था तो बस खुद को संयत में रख पाने का गुण। जरा-सी बात पर वे बिगड़ जाते थे। आसपास तक के लोग उनसे परेशान थे। खुद उनके घर वाले तक उनसे परेशान होकर बोलना छोड़ देते। किंतु, यह सब कब तक चलता। वे पुन: उनसे बोलने लगते। इस प्रकार काफी समय बीत गया, लेकिन सेठ की आदत नहीं बदली। उनके स्वभाव में तनिक भी फर्क नहीं आया। अंततः एक दिन उसके घरवाले एक साधु के पास गये और अपनी समस्या बताकर बोले- “महाराज ! हम उनसे अत्यधिक परेशान हो गये हैं, कृपया कोई उपाय बताइये।” तब, साधु ने कुछ सोचकर कहा- “सेठ जी ! को मेरे पास भेज देना।” “ठीक है, महाराज” कहकर सेठ जी के घरवाले वापस लौट गये। घर जाकर उन्होंने सेठ जी को अलग-अलग उपायों के साथ उन्हें साधु महाराज के पास ले जाना चाहा। किंतु, सेठ जी साधु-महात्माओं पर विश्वास नहीं करते थे। अतः वे साधु के पास नहीं आये। तब एक दिन साधु महाराज स्वयं ही उनके घर पहुंच गये। वे अपने साथ एक गिलास में कोई द्रव्य लेकर गये थे। साधु क...

पा लेने की बेचैनी और खो देने का डर !

* पा लेने की बेचैनी और खो देने का डर ! *  हर व्यक्ति अपने-अपने जीवन में एक के बाद एक उपलब्धियां पाकर संतोष और खुशी अर्जित करता जाता है और आगे बढ़ता रहता है। परंतु उसकी यह चाहत है कि थमने का नाम ही नहीं लेती और हम सब एक विशिष्ट उम्र के बाद भी एक के बाद एक उपलब्धियां हासिल करने में ही लगे रहते हैं। मुझे लगता है कि हमें कहीं ना कहीं तो रुकना होगा या अपनी इच्छाओं पर कुछ हद तक नियंत्रण पाकर कम से कम धीरे तो होना ही होगा, अन्यथा एक दिन ईश्वर ही हमें रोक देगा।  मेरे हम उम्र सभी साथियों ने अपने जीवन में सभी प्रकार की भौतिक पारिवारिक मानसिक रूप से आनंद देने वाली कई उपलब्धियां अब तक प्राप्त कर ली है। इनमें से भौतिक उपलब्धियों की अंधी दौड़ में हम एक के बाद एक वस्तुएं जमा करते जाते हैं चाहे घरेलू सामान हो, कपड़े हो, निजी उपयोग का समान हो, विलासिता की चीजे हो या और भी कुछ। यहां तक की कई बार तो हम एक ही तरह की एक से अधिक वस्तुएं भी अपने घर में सुरक्षित रखते हैं और हमसे इन चीजों का मोह कम ही नहीं होता। परंतु क्या कभी आपने सोचा है कि आपने जितने जतन से इन चीजों को खरीद कर उनकी देखभाल की है, क्...