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Showing posts from November, 2024

Health info

* अन्य ग्रुप से साभार।इसे अवश्य पढ़ें।🙏🏽* मैं डॉ ० महेश चन्द्र  , हृदय रोग विशेषज्ञ मै यह कह रहा हूँ कि इस भीषण ठंड में जिनकी आयु 30 वर्ष से अधिक है, उन्हें रात में 10 बजे सोने के बाद से जब भी बिस्तर से उठे, तब आप  एकदम से ना उठे। क्योँकि ठंड के कारण शरीर का ब्लड गाढ़ा हो जाता है तो वह धीरे धीरे कार्य करने के कारण पूरी तरह हार्ट में नहीं पहुँच पाता और शरीर छूट जाता है। इसी कारण से शर्दी के महीनों में 30 वर्ष से ऊपर के लोगों की ह्रदयगति रुकने से दुर्घटनाए अत्यधिक होती पाई गई हैं, इसलिए हमें सावधानी अत्यधिक बरतने की आवश्यकता है। यही सुझाव में भी देता हु।* *साढ़े तीन मिनिट:  मेरी  सलाह!*        डॉ. एस के अग्रवाल            जनरल फिजीशियन            *जिन्हें सुबह या रात में सोते समय  पेशाब करने जाना पड़ता हैं उनके लिए विशेष सूचना!!*         हर एक व्यक्ति को इसी साढ़े तीन मिनिट में सावधानी बरतनी चाहिए। *यह इतना महत्व पूर्ण क्यों है?*         यही ...

एक प्रेरणादायक एवम भावुक कहानी।

एक प्रेरणादायक एवम भावुक कहानी। मैं एक घर के करीब से गुज़र रहा था की अचानक से मुझे उस घर के अंदर से एक बच्चे की रोने की आवाज़ आई। उस बच्चे की आवाज़ में इतना दर्द था कि अंदर जा कर वह बच्चा क्यों रो रहा है, यह मालूम करने से मैं खुद को रोक ना सका। अंदर जा कर मैने देखा कि एक माँ अपने दस साल के बेटे को आहिस्ता से मारती और बच्चे के साथ खुद भी रोने लगती। मैने आगे हो कर पूछा बहनजी आप इस छोटे से बच्चे को क्यों मार रही हो? जब कि आप खुद भी रोती हो। उस ने जवाब दिया भाई साहब इस के पिताजी भगवान को प्यारे हो गए हैं और हम लोग बहुत ही गरीब हैं, उन के जाने के बाद मैं लोगों के घरों में काम करके घर और इस की पढ़ाई का खर्च बामुश्किल उठाती हूँ और यह कमबख्त स्कूल रोज़ाना देर से जाता है और रोज़ाना घर देर से आता है। जाते हुए रास्ते मे कहीं खेल कूद में लग जाता है और पढ़ाई की तरफ ज़रा भी ध्यान नहीं देता है जिस की वजह से रोज़ाना अपनी स्कूल की वर्दी गन्दी कर लेता है। मैने बच्चे और उसकी माँ को जैसे तैसे थोड़ा समझाया और चल दिया। इस घटना को कुछ दिन ही बीते थे की एक दिन सुबह सुबह कुछ काम से मैं सब्जी मंडी गया। तो अचानक मेरी नज़र ...

अस्थमा के घरेलु उपाय*

  * अस्थमा के घरेलु उपाय* अस्थमा या दमा फेफड़ो से जुडी बीमारी है, जिसमें इन्सान को सांस लेने में परेशानी होती है| जब फेफड़ो में वायु का प्रवाह सही ढंग से नहीं हो पाता है, तो सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, इसे अस्थमा अटैक कहते है| ऐसें समय में शरीर के बाकि अंगो तक ओक्सिजन नहीं पहुँच पाती है, जिससे इन्सान तड़पने लगता है ऐसें में इन्सान की मौत भी हो सकती है| *अस्थमा पूरी तरह से ठीक नहीं होता है, डॉक्टर की सलाह पर इसे कंट्रोल रखा जाता है| कुछ घरेलु नुस्खे भी इसे बहुत हद तक कंट्रोल करता है|* *अस्थमा के घरेलु उपाय:-* *अस्थमा की बीमारी का सही कारण तो नहीं पता लेकिन इन कुछ वजह से इसके होने की आशंका ज्यादा होती है|* *अस्थमा होने के कारण (asthma ke karan)*  एलर्जी वायु प्रदुषण श्वास नली में इन्फेक्शन मौसम का बदलाव खाने में सल्फर की अधिक मात्रा अस्थमा के लक्षण (asthma ke lakshan)  *कफ़* *सांस लेते समय आवाज होना* *नाक के द्वारा सांस लेने में तक्लीफ* *सीने में भारीपन* *घबराहट* अस्थमा का इलाज (asthma ka ilaj )  अदरक – *अदरक एक नेचुरल उपचार है अस्थमा के उपचार के लिए इसे बहुत उपयुक्त...

Unbelievable but True..

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Unbelievable but True.. Son of Uneducated parents became Most Educated Person in the World.  Did you know that the World’s most educated person is a Sikh from Punjab? Dr. Hardial Singh Sehmbhi from Jagraon, a town in District Ludhiana, Punjab (INDIA) is the most educated person on planet Earth. Born in village Akhara, district Ludhiana, on 10th June, 1942, he has to his credit 35 degrees including 17 Post-graduate degrees, a list of which is as follows:  1. MA (English) 2. MA (Punjabi) 3. MA (Economics) 4. MA (Public Administration) 5. MA (Philosophy) 6. MA (Gandhian and Peace Studies) 7. MA (Political Science) 8. MA (History) 9. MA (Defence and Strategy) 10. MA (Ancient History, Culture and Archeology) 11. MA (Sociology) 12. MA (Sikh Studies) 13. MA (Religious Studies) 14. MA (Women Studies) 15. MA (Hindi) 16. MA (Journalism and Mass Communication) 17. Post Graduate Diploma (PGD) in Gandhian Studies 18. PGD in Adi Granth Acharya, 19. PGD in Population Education 20...

पता ही नहीं चला !

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*उन सभी को नमन* *जो अपने परिवार के लिए* *21 से 60 वर्ष घर सम्भालने  में* *व्यस्त रहे । आज उनके*.        *लिए समर्पित एक* *छोटी सी रचना*   *भेज रहा हूं । 🙏* *कैसे कटा 21 से 60*  *तक का यह सफ़र,*  *पता ही नहीं चला ।*😔 *क्या पाया, क्या खोया,* *क्यों खोया,* *पता ही नहीं चला !*😒 *बीता बचपन,*  *गई जवानी*  *कब आया बुढ़ापा,*  *पता ही नहीं चला ।*🤔 *कल बेटे थे,*  *कब ससुर बन गये,*  *पता ही नहीं चला !*😊 *कब पिता से*  *नाना  एवं दादा  बन गये,*  *पता ही नहीं चला ।* 😜 *कोई कहता सठिया गया,* *कोई कहता छा गया,*  *क्या सच है,*  *पता ही नहीं चला !*😉 *पहले माँ बाप की चली,* *फिर पत्नी की चली,*  *फिर चली बच्चों की,*  *अपनी कब चली,*  *पता ही नहीं चला !*😀 *पत्नी कहती*  *अब तो समझ जाओ,*  *क्या समझूँ,*  *क्या न समझूँ,*  *न जाने क्यों,*  *पता ही नहीं चला !*🤷‍♀️          *दिल कहता जवान हूँ मैं,* *उम्र कहती है नादान हूँ मैं,*  ...

एक समय की बात है,🙏

। । राधेय्य्य्य्य्य ।। एक समय की बात है, जब राधा जी को यह पता चला कि कृष्ण पूरे गोकुल में माखन चोर कहलाता है तो उन्हें बहुत बुरा लगा, उन्होंने कृष्ण को चोरी छोड़ देने का बहुत आग्रह किया।  पर जब कृष्ण अपनी माँ की ही नहीं सुनते तो अपनी प्रियतमा की कंहा से सुनगे। उन्होंने माखन चोरी की अपनी लीला को जारी रखा।  एक दिन राधा- कृष्ण को सबक सिखाने के लिए उनसे रूठ गयी। अनेक दिन बीत गए पर वो कृष्ण से मिलने नहीं आई। जब कृष्ण उन्हें मनाने गये तो वहां भी उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया, तो अपनी राधा को मनाने के लिए लीलाधर को एक लीला सूझी। ब्रज में लील्या गोदने वाली स्त्री को लालिहारण कहा जाता है। तो कृष्ण घूंघट ओढ़ कर एक लालिहारण का भेष बनाकर बरसाने की गलियों में पुकार करते हुए घूमने लगे। जब वो बरसाने, राधा रानी की ऊंची अटरिया के नीचे आये तो आवाज़ देने लगे। मै दूर गाँव से आई हूँ, देख तुम्हारी ऊंची अटारी, दीदार की मैं प्यासी, दर्शन दो वृषभानु दुलारी। हाथ जोड़ विनंती करूँ, अर्ज मान लो हमारी, आपकी गलिन गुहार करूँ, लील्या गुदवा लो प्यारी।।  जब राधा जी ने यह आवाज सुनी तो तुरंत विशाखा सखी क...

सुंदर कविता

* हरिवंश राय बच्चन* जी की एक "सुंदर कविता", जिसके एक-एक शब्द को, बार-बार "पढ़ने" को "मन करता" है-_* ख्वाहिश नहीं, मुझे मशहूर होने की,"         _आप मुझे "पहचानते" हो,_         _बस इतना ही "काफी" है।_😇 _अच्छे ने अच्छा और_ _बुरे ने बुरा "जाना" मुझे,_         _जिसकी जितनी "जरूरत" थी_         _उसने उतना ही "पहचाना "मुझे!_ _जिन्दगी का "फलसफा" भी_ _कितना अजीब है,_         _"शामें "कटती नहीं और_   -"साल" गुजरते चले जा रहे हैं!_ _एक अजीब सी_ _'दौड़' है ये जिन्दगी,_    -"जीत" जाओ तो कई_  -अपने "पीछे छूट" जाते हैं और_ _हार जाओ तो,_ _अपने ही "पीछे छोड़ "जाते हैं!_😥 _बैठ जाता हूँ_ _मिट्टी पे अक्सर,_         _मुझे अपनी_         _"औकात" अच्छी लगती है।_ _मैंने समंदर से_ _"सीखा "है जीने का तरीका,_         _चुपचाप से "बहना "और_         _अपनी "मौज" में रहना।_ _ऐसा नहीं कि मुझमें_ _कोई "ऐब "नहीं है,_   ...

भगवान गणेश🙏

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वैसे तो शुद्ध सनातन में मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा सर्व प्रथम की जाती है जिनकी पूजा भगवान शिव और माता पार्वती भी करते हैं। लेकिन प्रश्न यह उठता है कि आखिर जब भगवान गणेश माता पार्वती के पुत्र हैं तो फिर तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह पर भगवान गणेश की पूजा का वर्णन कैसे कर दिया। क्या तुलसी दास जी को ये मालूम नहीं था कि वो माता पार्वती के पुत्र हैं। फिर विवाह के वक्त वो कौन गणपति हैं जिनकी पूजा माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह के वक्त की गई थी। तुलसीदास जी कहते हैं – मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानी। कोई सुने संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानी।। ( अर्थात मुनियों के निर्देश पर शिव और पार्वती ने गणपति की पूजा की। कोई इस पर संशय नहीं करे क्योंकि गणपति तो अनादि हैं) अर्थात गणपति भगवान शिव और पार्वती के पुत्र तो बाद में हुए । जिन गणेश को हम माता पार्वती के पुत्र मानते हैं वो स्वयं अनादि और अनंत हैं। माता पार्वती के रुप में तो गणपति ने अवतार लिया था। तभी तो ऋग्वेद , यजुर्वेद और अर्थववेद में भी गणपति की वंदना की गई है जबकि माता पार्वती क...

शत नमन देवी अहिल्या🙏

शत नमन देवी अहिल्या, शत नमन तेरे काज को राष्ट्रीय चिंतन देश के प्रति,,, धार्मिक- प्रवृत्ति शील स्वभावी ब्रह्मा मुहूर्त नित्य उठ कर, भक्ति में बनी शिव पुजारी  प्रजा पुत्र में भेद कैसा, न्याय दंड मिले  एक ही सबको शत नमन तेरे काज को,,,  बाल्यकाल से वीरयोध्दा,  चरवाहे के घर में जन्मी शिव आराधना अर्जित कौशल, राजमाता होल्कर बनी गुणों से मुख्य धारा में ला दी, मनमाने उद्दंड पति को शत नमन  तेरे काज को  आक्रांताओ के क्रूरता की तीर्थ मंदिरों में निशानी. ...  खंडित मूर्ति और  टूटे स्थल, फिर से पुनर निर्माण करायी देश के चहुँ ओर से गूंजे  , पुण्यश्लोक  लोकमाता तुम्हीं हो शत नमन तेरे काज को,  रण नीति की कुशलता, हर योध्दा पर भारी ही पड़ती  शत्रु भी युद्ध टाल  देते,,, शब्द लिपि की हस्त सिद्धि थी पति पिता पुरा वंश खोकर फिर भी ध्यान रखी प्रजा के हित को शत नमन तेरे काज को।

उज्जवल भविष्य के लिए दो मिनट

⁉️‼️⁉️⁉️‼️⁉️ अपनी अगली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए दो मिनट का समय निकालकर अवश्य पढ़ें। आचार्य रजनीश से उनके एक अनुयायी ने प्रश्न किया था। 👉प्रश्न - कृपया बताएं कि जब जिहादियों द्वारा घर और संपत्ति जला दी जाती है, हत्याएं की जाती हैं तो हमें क्या करना चाहिए? क्या हमें हिंदू मुस्लिम भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए या अपनी सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाना चाहिए? कृपया मार्गदर्शन करें।👌 👉उत्तर - 🙏 आपका प्रश्न आपकी मूर्खता को बयां कर रहा है, ऐसा लगता है कि आपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है।? जब महमूद गजनवी ने सोमनाथ के मंदिर पर हमला किया तो उस समय सोमनाथ भारत का सबसे बड़ा और सबसे अमीर मंदिर था। उस मंदिर में पूजा करने वाले 1200 हिंदू पुजारियों को लगता था कि अगर हम दिन-रात ध्यान-भक्ति-पूजा में लगे रहेंगे तो भगवान हमारी रक्षा करेंगे। उसने रक्षा का कोई प्रबंध नहीं किया, उल्टे क्षत्रियों ने भी, जो अपनी रक्षा कर सकते थे, रक्षा करने से मना कर दिया। परिणामस्वरूप महमूद ने हजारों निहत्थे हिंदू पुजारियों को मार डाला, मूर्तियों और मंदिरों को तोड़ दिया और बहुत सारा धन, हीरे-जवाहरात, सोना-चांदी लेकर भाग गया...

Ek Hasina Do Diwaane”. .. Song Review

Let’s start the day and week with  Kantibhai Zaveri’s 1972 romantic film *”Ek Hasina Do Diwane”* story, screenplay and directed y S M Abbas.  The film starred Jeetendra, Babita and Vinod Khanna. They were supported by Nirupa Roy, Johnny Walker, Manmohan Krishnan and Om Prakash.  Synopsis: Nainital-based, orthodox and traditional, Amar, obtains a degree in Engineering, and re-locates to Bombay for employment. After doing so, he decides to assist his friend, Prakash, woo a wealthy and educated woman, Neeta, but ends up falling in love and marrying her himself much to the chagrin of her father. Shortly after the marriage, he takes her to visit his widowed-schoolteacher mother, but she has gone on an outing. They return back, and shortly thereafter arguments ensue, which escalate to such an extent that Amar assaults her, compelling her to return to her parents' home. When she insists on a divorce - Amar refuses until and unless she lives with him for 15 days in order to creat...

खुशहाल सीनियर्स के लिए 10 टिप्स.❤️

* आदरणीय गोल्डन सीनियर्स, आइए हम सभी 10/10 अंक प्राप्त करके खुद की जांच करें……..👇* खुशहाल सीनियर्स के लिए 10 टिप्स.❤️ 1. सुबह-सुबह अगर आप अलार्म घड़ी, मोबाइल फोन, पक्षियों की चहचहाहट या अन्य शोर से जागते हैं, तो खुश रहें और खुद को धन्य समझें। इसका मतलब है कि आप अभी भी इस दुनिया का हिस्सा हैं। 2. जागने के बाद, थोड़ा पानी पिएं, उन लोगों को मैसेज करें जिन्हें आप जानते हैं, प्यार करते हैं और जिनकी परवाह करते हैं। उन्हें "गुड मॉर्निंग" कहें। इसका मतलब है कि आप स्पष्ट रूप से सोच सकते हैं और आप स्वस्थ हैं। आप एक नया और सुंदर दिन शुरू कर सकते हैं। 3. आपको दोस्तों से टेक्स्ट मैसेज और कॉल आते हैं जो आपको साथ में खाना खाने या दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए आमंत्रित करते हैं। इसका मतलब है कि आप मिलनसार हैं और लोगों के साथ आपके अच्छे संबंध हैं। आपके दोस्त अभी भी आपके बारे में सोच रहे हैं। 4. कभी-कभी, कुछ लोग आपके बारे में बुरा बोल सकते हैं या आपकी पीठ पीछे गपशप कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आप अभी भी उनके दिलों में एक बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। वे निश्चित रूप से जीवन में आपके जितना अच...

सभी के स्वास्थ जीवन की शुभकामनाएं🙏

ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें : 1. बीपी: 120/80 2. नाड़ी : 70 -100 3. तापमान : 36.8 - 37 4. श्वास : 12-16 5. हीमोग्लोबिन : पुरुष 13.50 - 18  स्त्री 11.50 - 16 6. कोलेस्ट्रॉल : 130 - 200 7. पोटेशियम : 3.50 - 5 8. सोडियम : 135 - 145 9. ट्राइग्लिसराइड्स : 220 10. शरीर में खून की मात्रा : पीसीवी 30-40% 11. शुगर लेवल : बच्चों के लिए 70-130 वयस्कों के लिए: 70 - 115 12. आयरन : 8-15 मिलीग्राम 13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC : 4000 - 11000 14. प्लेटलेट्स : 1,50,000- 4,00,000 15. लाल रक्त कोशिकाएं RBC : 4.50 - 6 मिलियन 16. कैल्शियम : 8.6 -10.3 mg/dL 17. विटामिन D3 : 20 - 50 एनजी/एमएल। 18. विटामिन B12 :  200 - 900 पीजी/एमएल *40/50/60 वर्ष वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुझाव :* *पहला सुझाव:* प्यास या ज़रूरत न होने पर भी हर समय पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी के कारण होती हैं. प्रति दिन कम से कम 2 लीटर. *दूसरा निर्देश :* शरीर से जितना हो सके उतना काम करें, शरीर का मूवमेंट होना चाहिए.. जैसे चलना, तैरना, या किसी भी तरह का खेल. *तीसरा टिप:* कम ...

शुभप्रभात🙏💐

शुभप्रभात🙏💐 अयोध्या के कोने-कोने में मंदिर और घाट हैं. जहां प्रभु श्रीराम ने मनुष्य रूप में अपनी लीलाएं दिखाई थीं. अयोध्या के पूरे 51 घाटों में कुछ घाट का विशेष महत्व है. जिनमे से एक है गुप्तार घाट. गुप्तार घाट को गुप्त हरि घाट के नाम से भी जाना जाता है. तो चलिए जानें आखिर इस घाट की क्या है पौराणिक मान्यता गुप्तार घाट ही वो घाट है जहां पर पहुंचकर प्रभु श्रीराम ने कई वर्षों तक अयोध्या पर राज्य करने के बाद इस घाट पर जल समाधि ली थी और बैंकुठ धाम को चले गए थे. भगवान राम के शरीर को इस घाट के जल में गुप्त कर लेने की वजह से ही इसे गुप्तार घाट के नाम से जाना जाने लगा. गुप्तार घाट की महिमा का वर्णन स्कंध पुराण में मिलता है, जिसमें इसका नाम गौ प्रतारण दिया गया है,ऐसी मान्यता है कि सरयू नदी के इस घाट पर श्रद्धालु स्नान करने आते हैं. साथ ही मन्नत भी मांगते हैं. इस घाट के दर्शन करने और स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और मनोकामना पूरी होती है. बता दें कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि से करीब 11 किलोमीटर दूर गुप्तार घाट है. वहीं हनुमान गढ़ी से इसकी दूरी 9 किलोमीटर है. इस घाट से कुछ ही...

गंगा जल खराब क्यों नहीं होता ?

गंगा जल खराब क्यों नहीं होता ? अमेरिका में एक लीटर गंगाजल 250 डालर में क्यों मिलता है? सर्दी के मौसम में कई बार खांसी हो जाती है। तो जब डॉक्टर से खांसी ठीक नही हुई तो किसी ने बताया कि डाक्टर से खांसी ठीक नहीं होती तब गंगाजल पिलाना चाहिए। गंगाजल तो मरते हुए व्यक्ति के मुंह में डाला जाता है, हमने तो ऐसा सुना है|  तो डॉक्टर साहिब बोले, नहीं कई रोगों का भी इलाज है।   दिन में  तीन बार दो-दो चम्मच गंगाजल पिया और तीन दिन में खांसी ठीक हो गई।  यह हमारा अनुभव है, हम इसे गंगाजल का चमत्कार नहीं मानते, उसके औषधीय गुणों का प्रमाण मानते हैं। कई इतिहासकार बताते हैं कि सम्राट अकबर स्वयं तो गंगा जल का सेवन करते ही थे, मेहमानों को भी गंगा जल पिलाते थे। इतिहासकार लिखते हैं कि अंग्रेज जब कलकत्ता से वापस इंग्लैंड जाते थे, तो पीने के  जहाज में गंगा का पानी ले जाते थे, क्योंकि वह सड़ता नहीं था।  इसके विपरीत अंग्रेज जो पानी अपने देश से लाते थे वह रास्ते में ही सड़ जाता था। करीब सवा सौ साल पहले आगरा में तैनात ब्रिटिश डाक्टर एम ई हॉकिन ने वैज्ञानिक परीक्षण से सिद्ध किया था कि हैज...

*|| त्याग का सुख ||*

🪴🍄‍🟫🪴🍄‍🟫🪴🍄‍🟫🪴🍄‍🟫🪴🍄‍🟫🪴🍄‍🟫🪴                                                        *| | त्याग का सुख ||*           *बहुत कम संसाधनों के बावजूद भी यदि जीवन में संतोष एवं प्रसन्नता है तो उस मनुष्य के जैसा कोई धनवान नहीं हो सकता है। अपार संपत्ति का भण्डार एवं अनंत ऐश्वर्य के स्वामी होने के बाद भी यदि मन में कुछ पाने की लालसा बाकी है तो समझ लेना वो अभी दरिद्र ही है। बहुत कुछ पाने के बावजूद भी मन का संतोष एवं भीतर का सुख नहीं मिला तो केवल बाहरी सुख कुछ विशेष महत्व भी नहीं रखते हैं।।*         *जो लोग बस रात दिन प्रभु से कुछ न कुछ माँगने में लगे रहते हैं उन्हें बहुत कुछ मिल जाता है  लेकिन जो कुछ नहीं माँगते उनको प्रभु श्री सुदामा जी की तरह सब कुछ अथवा स्वयं को ही दे देते हैं। श्री सुदामा जी की कुछ भी न पाने की इच्छा ने ही उन्हें द्वारिकापुरी का राजसिंहासन प्रदान कर दिया। मनुष्य की कामना शून...

FIELD MARSHAL SAM MANECKSHAW'

FIELD MARSHAL SAM MANECKSHAW'S WAR JAGIR(JANGI INAAM) Ashok Ahlawat@ My Stories of Olive Green.Dec 2023. This true story should put to rest every contention that Field Marshal Maneckshaw was head and shoulders above all other general's of the pantheon of the Indian Army.The Meghna Gulzar movie is a timely tribute to the great and fascinating General.He was all that,that is shown in the movie and much more beyond as a human being and an officer. There is this story about Field Marshal Sam Maneckshaw's driver when he was army chief. As we all know,these drivers are Army Service Corps soldiers of the Army Headquarters Transport Company at Dhaula Kuan.Well I suppose the army chief must have had more than one dedicated driver for his official duties.Military drivers too are also authorised leave of absence.This man was from Haryana and  his name was Havildar Shyam Singh. One day General Maneckshaw came out laughing from a conference in the north block.The driver who was standing...

*!! संगत का असर !!*

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*              *!! संगत का असर !!* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ आइंस्टीन के ड्राइवर ने एक बार आइंस्टीन से कहा - "सर, मैंने हर बैठक में आपके द्वारा दिए गए हर भाषण को याद किया है।" आइंस्टीन हैरान! उन्होंने कहा- "ठीक है, अगले आयोजक मुझे नहीं जानते। आप मेरे स्थान पर वहां बोलिए और मैं ड्राइवर बनूंगा। ऐसा ही हुआ, बैठक में अगले दिन ड्राइवर मंच पर चढ़ गया और भाषण देने लगा... उपस्थित विद्वानों ने जोर-शोर से तालियां बजाईं। उस समय एक प्रोफेसर ने ड्राइवर से पूछा - "सर, क्या आप उस सापेक्षता की परिभाषा को फिर से समझा सकते हैं?" असली आइंस्टीन ने देखा बड़ा खतरा! इस बार वाहन चालक पकड़ा जाएगा। लेकिन ड्राइवर का जवाब सुनकर वे हैरान रह गए... ड्राइवर ने जवाब दिया, क्या यह आसान बात आपके दिमाग में नहीं आई?  मेरे ड्राइवर से पूछिए, वह आपको समझाएगा।" *शिक्षा:-* यदि आप बुद्धिमान लोगों के साथ चलते हैं, तो आप भी बुद्धिमान बनेंगे और मूर्खों के साथ ही सदा उठेंगे-बैठेंगे तो आपका मानसिक तथा बुद्धिमता का स्तर और सोच भी उन्हीं की भांति हो जाएगी..!! *सदैव प...

भगवान पर आस्था🌺*

*🌺भगवान पर आस्था🌺* एक पुरानी सी इमारत में था वैद्यजी का मकान था।पिछले हिस्से में रहते थे और अगले हिस्से में दवाख़ाना खोल रखा था।उनकी पत्नी की आदत थी कि दवाख़ाना खोलने से पहले उस दिन के लिए आवश्यक सामान एक चिठ्ठी में लिख कर दे देती थी। वैद्यजी गद्दी पर बैठकर पहले भगवान का नाम लेते फिर वह चिठ्ठी खोलते। पत्नी ने जो बातें लिखी होतीं,उनके भाव देखते,फिर उनका हिसाब करते।  फिर परमात्मा से प्रार्थना करते कि हे भगवान ! मैं केवल तेरे ही आदेश के अनुसार तेरी भक्ति छोड़कर यहाँ दुनियादारी के चक्कर में आ बैठा हूँ। वैद्यजी कभी अपने मुँह से किसी रोगी से फ़ीस नहीं माँगते थे।  कोई देता था, कोई नहीं देता था किन्तु एक बात निश्चित थी कि ज्यों ही उस दिन के आवश्यक सामान ख़रीदने योग्य पैसे पूरे हो जाते थे, उसके बाद वह किसी से भी दवा के पैसे नहीं लेते थे चाहे रोगी कितना ही धनवान क्यों न हो। एक दिन वैद्यजी ने दवाख़ाना खोला। गद्दी पर बैठकर परमात्मा का स्मरण करके पैसे का हिसाब लगाने के लिए आवश्यक सामान वाली चिट्ठी खोली तो वह चिठ्ठी को एकटक देखते ही रह गए। एक बार तो उनका मन भटक गया। उन्हें अपनी आँखों के सामने ...

Albert Einstein

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(1 ) अल्बर्ट #आइंस्टीन की पत्नी अक्सर उन्हें सलाह देती थीं कि वह काम पर जाते समय अधिक प्रोफेशनल तरीके से कपड़े पहनें। आइंस्टीन हमेशा कहते, "क्यों पहनूं? वहाँ सब मुझे जानते हैं।" लेकिन जब उन्हें पहली बार एक बड़े सम्मेलन में जाना था, तो उनकी पत्नी ने उनसे थोड़ा सज-धजकर जाने का अनुरोध किया। इस पर आइंस्टीन बोले, "क्यों पहनूं? वहाँ तो मुझे कोई नहीं जानता!" (3) आइंस्टीन से अक्सर सापेक्षता के सिद्धांत को समझाने के लिए कहा जाता था। एक बार उन्होंने समझाया, "अपना हाथ एक गर्म चूल्हे पर एक मिनट के लिए रखो, तो वह एक घंटे जैसा महसूस होगा। एक खूबसूरत लड़की के साथ एक घंटे बैठो, तो वह एक मिनट जैसा लगेगा। यही है सापेक्षता!" (4) जब अल्बर्ट आइंस्टीन प्रिंसटन विश्वविद्यालय में काम कर रहे थे, तो एक दिन घर जाते समय उन्हें अपना घर का पता भूल गया। टैक्सी ड्राइवर ने उन्हें पहचाना नहीं। आइंस्टीन ने ड्राइवर से पूछा कि क्या वह आइंस्टीन का घर जानता है। ड्राइवर ने कहा, "आइंस्टीन का पता कौन नहीं जानता? प्रिंसटन में हर कोई जानता है। क्या आप उनसे मिलना चाहते हैं?" आइं...

*मेरे दोस्तों को समर्पित*🙏

दोस्त का कोई ɢᴇɴᴅᴇʀ नही होता और दोस्ती का कोई ꜰᴏᴜɴᴅᴇʀ नही होता मन मिल जाने की बात है सारी कब क्यूँ कहाँ का कोई ᴄᴀʟᴇɴᴅᴇʀ नही होता !! बिन कहे देख पाता है  तकलीफ दिल की रिश्तों जैसा इसमें कोई ʙʟᴜɴᴅᴇʀ नही होता! साथ निभाने की कोई सीमा नही होती छोड़ जाने का कोई ᴡᴏɴᴅᴇʀ नही होता ! साथ देते हैं दोस्त  आखिरी सांस तक क्योंकि दोस्ती का कोई ᴛᴇɴᴅᴇʀ नही होता ! दोस्त हैं ऑक्सीजन ज़िन्दगी की मगर इस गैस का कोई ᴄyʟᴇɴᴅᴇʀ नही होता ! पहचान लें जो आँख का ऑंसू बारिशों में भी वो दोस्त है कोई ᴀʟʟ ʀᴏᴜɴᴅᴇʀ नही होता ! खींच लेते हैं दोस्त हर ग़म की चादर इन जैसा कोई ᴀʟʟᴇxᴇɴᴅᴇʀ नही होता ! लाइफ लाइन हैं दोस्त ज़िन्दगी की और दोस्ती का कोई ɢᴇɴᴅᴇʀ नही होता !!!! *मेरे  दोस्त को समर्पित*

Song of the Day

Let’s start the day with  Tarachand Barjatya’s 1977 superhit family drama musical film *”Dulhan Wahi Jo Piya Man Bhaye”* directed by Lekh Tandon.  The film starred Prem Kishen and Rameshwari. They were supported by Shyamlee, Iftekhar, Leela Mishra, Shashikala, Viju Khote, Jagdeep and Madan Puri.  Remake of "I'd Rather Be Rich". Dulhan wahi jo piya man bhaaye” was not a mainstream movie. It was a movie made by Rajshree productions and as was their wont, there were no big names in this movie. Hero was Prem Kishan (Premnath’s son), heroine was a debutant from south called Rameshwari which some people continued to confuse with Rekha even after the success of this movie . And Rameshwari took serious exception, asking who is Rekha ? Yes, Rekha was a nobody those days, and Rameshwari had become a hot name after this movie. People who were into watching simple clean movies were bowled over by this movie in general and Rameshwari in particular Rameshwari graduated from the institu...

पता नही चला

* उन सभी को नमन* *जो अपने परिवार के लिए* *21 से 55 वर्ष घर सम्भालने  में* *व्यस्त रहे । आज उनके*.        *लिए समर्पित एक* *छोटी सी रचना*   *भेज रहा हूं । 🙏* *कैसे कटा 21 से 55*  *तक का यह सफ़र,*  *पता ही नहीं चला ।*😔 *क्या पाया, क्या खोया,* *क्यों खोया,* *पता ही नहीं चला !*😒 *बीता बचपन,*  *गई जवानी*  *कब आया बुढ़ापा,*  *पता ही नहीं चला ।*🤔 *कल बेटे थे,*  *कब ससुर बन गये,*  *पता ही नहीं चला !*😊 *कब पिता से*  *नाना  एवं दादा  बन गये,*  *पता ही नहीं चला ।* 😜 *कोई कहता सठिया गया,* *कोई कहता छा गया,*  *क्या सच है,*  *पता ही नहीं चला !*😉 *पहले माँ बाप की चली,* *फिर पत्नी की चली,*  *फिर चली बच्चों की,*  *अपनी कब चली,*  *पता ही नहीं चला !*😀 *पत्नी कहती*  *अब तो समझ जाओ,*  *क्या समझूँ,*  *क्या न समझूँ,*  *न जाने क्यों,*  *पता ही नहीं चला !*🤷‍♀️          *दिल कहता जवान हूँ मैं,* *उम्र कहती है नादान हूँ मैं,*  *इस चक्कर म...

हरि मिलन🙏

हरि मिलन 〰️🌼🌼〰️ सबरी को आश्रम सौंपकर महर्षी मतंग जब देवलोक जाने लगे तब सबरी भी साथ जाने की जिद करने लगी। सबरी की उम्र दस वर्ष थी। वो महर्षि मतंग का हाथ पकड़ रोने लगी महर्षि सबरी को रोते देख व्याकुल हो उठे! सबरी को समझाया "पुत्री इस आश्रम में भगवान आएंगे यहां प्रतीक्षा करो!" अबोध सबरी इतना अवश्य जानती थी कि गुरु का वाक्य सत्य होकर रहेगा!  उसने फिर पूछा "कब आएंगे? महर्षि मतंग त्रिकालदर्शी थे वे भूत भविष्य सब जानते थे वे ब्रह्मर्षि थे। महर्षि सबरी के आगे घुटनों के बल बैठ गए, सबरी को नमन किया  आसपास उपस्थित सभी ऋषिगण असमंजस में डूब गए, ये उलट कैसे हुआ!  गुरु यहां शिष्य को नमन करे! ये कैसे हुआ? महर्षि के तेज के आगे कोई बोल न सका!  महर्षि मतंग बोले "पुत्री अभी उनका जन्म नही हुआ!" अभी दसरथजी का लग्न भी नही हुआ! उनका कौशल्या से विवाह होगा! फिर भगवान की लम्बी प्रतीक्षा होगी फिर दसरथजी का विवाह सुमित्रा से होगा ! फिर प्रतीक्षा! फिर उनका विवाह कैकई से होगा फिर प्रतीक्षा! फिर वो जन्म लेंगे! फिर उनका विवाह माता जानकी से होगा! फिर उन्हें 14 वर्ष वनवास होगा और फिर वनवास के आ...

A superb Analysis

Buying a Car v/s Hire a Cab:  A superb Analysis Any car  in india cost atleast Rs. 6,00,000 Scrap value after six year -  Rs. 1,00,000 Net amount goes in effective Life of six year  Rs. 5,00,000 Nos of days of six yr is 2200 days So Rs. 5,00,000/2200 = Rs. 230/day Yearly insurance Rs 15000 = Rs. 41/day Daily petrol minimum  = Rs. 100/Day After every 3 years Tyre & Battery change charge Rs. 25,000 i.e. = Rs. 23/day Yearly maintanance of Car Rs. 9000 i.e  = Rs. 25/day Plus interest loss on Car buying amount @8%on Rs. 6,00,000 = Rs 131/day                                           _______________ So after buying new car daily expenditure is = Rs. 850/day. ⚖ So friends untill you pay Rs. 850 daily to hire a cab, you are effectively in gain travelling in rental car.  OLA / UBER now available. Above all driving cars on Indian roads is full of ris...

महिला शक्ति की जानकारी

1. एक नारी को तब क्या करना चाहिये जब वह देर रात में किसी उँची इमारत की लिफ़्ट में किसी अजनबी के साथ स्वयं को अकेला पाये ?  जब आप लिफ़्ट में प्रवेश करें और आपको 13 वीं मंज़िल पर जाना हो, तो अपनी मंज़िल तक के सभी बटनों को दबा दें ! कोई भी व्यक्ति उस परिस्थिति में हमला नहीं कर सकता जब लिफ़्ट प्रत्येक मंजिल पर रुकती हो !  2. जब आप घर में अकेली हों और कोई अजनबी आप पर हमला करे तो क्या करें ? तुरन्त रसोईघर की ओर दौड़ जायें  आप स्वयं ही जानती हैं कि रसोई में पिसी मिर्च या हल्दी कहाँ पर उपलब्ध है ! और कहाँ पर चक्की व प्लेट रखे हैं !यह सभी आपकी सुरक्षा के औज़ार का कार्य कर सकते हैं ! और भी नहीं तो प्लेट व बर्तनों को ज़ोर- जोर से फैंके भले ही टूटे !और चिल्लाना शुरु कर दो !स्मरण रखें कि शोरगुल ऐसे व्यक्तियों का सबसे बड़ा दुश्मन होता है ! वह अपने आप को पकड़ा जाना कभी भी पसंद नहीं करेगा !  3. रात में ऑटो या टैक्सी से सफ़र करते समय !  ऑटो या टैक्सी में बैठते समय उसका नं० नोट करके अपने पारिवारिक सदस्यों या मित्र को मोबाईल पर उस भाषा में विवरण से तुरन्त सूचित करें जिसको कि ड्राइ...

! आज्ञा पालन !

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*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*              *!! आज्ञा पालन !!*  एक समय की बात है। रेगिस्तान के किनारे स्थित एक गाँव में एक व्यापारी रहता था। वह ऊँटों का व्यापार करता था। वह ऊँटों के बच्चों को खरीदकर उन्हें शक्तिशाली बनाकर बेचा करता था। इससे वह ढेर सारा लाभ कमाता था। व्यापारी ऊँटों को पास के जंगल में घास चरने के लिए भेज देता था। जिससे उनके चारे का खर्च बचता था। उनमें से एक ऊँट का बच्चा बहुत शैतान था। उसकी हरकतें पूरे समूह की चिंता का विषय था। वह प्राय: समूह से दूर चलता था और इस कारण पीछे रह जाता था। बड़े ऊँट हरदम उसे समझाते थे पर वह नहीं सुनता था इसलिए उन सब ने उसकी परवाह करना छोड़ दिया था। व्यापारी को उस छोटे ऊँट से बहुत प्रेम था इसलिए उसने उसके गले में घंटी बाँध रखी थी। जब भी वह सिर हिलाता तो उसकी घंटी बजती थी जिससे उसकी चाल एवं स्थिति का पता चल जाता था। एक बार उस स्थान से एक शेर गुजरा जहाँ ऊँट चर रहे थे। उसे ऊँट की घंटी के द्वारा उनके होने का पता चल गया था। उसने फसल में से झांककर देखा तो उसे ज्ञात हुआ कि ऊँट का बड़ा समूह है लेकिन वह ऊँटों ...

अन्तर को समझिये:-

अन्तर को समझिये:- एक मुस्लिम कन्या द्वारा मोदी और योगी के बीच का अंतर बड़े रोचक तरीके से किया गया है। इसे जरूर पढ़िए। जोया मंसूरी केवल 21 वर्ष की हैं और वह एक बेहतरीन लेखिका हैं। यदि आप हिंदी में सहज हैं तो इस गद्य को पढ़ें। आप को पसंद आएगा! जब मैं *"जोया मंसूरी"* को पढ़ता हूँ तो कई बार तो ये विश्वास ही नहीं होता कि ये पोस्ट एक 21 साल की लड़की ने लिखी है .... खैर लिखती तो वो तब भी गज़ब थी जब सिर्फ 15 साल की थी और 10वीं कक्षा में पढ़ती थी।  जो वो 15 साल की उम्र में लिख देती थी, हम 55 साल में नहीं लिख पाते।  "ज़ोया" का लिखा ..ये पोस्ट पढिये....👇👇  राम यज्ञ से पैदा हुए थे, आकाश पुत्र थे। उनकी पत्नी सीता भूमि से पैदा हुई थी, भूमिजा थी, वन्य कन्या थी। राम सारी उम्र अरण्य के पशुओं और ग्राम के मानवों को मैंनेज करने में लगे रहे, पशुओं को इंसान बनाते रहे। राम ग्राम वासी भी थे और वनवासी भी। राम शिव भक्त भी है इसलिए राम के फैसलों में, भाव में दिगम्बर परम्परा दिखती है। माँ के कहने पर राज्य त्याग दिया, आभूषण त्याग दिए, मुकुट त्याग दिया। धोबी के कहने पर रानी सीता त्याग दी। "ज...

यह जानकारी सभी तक पहुंचा दीजिए।*👌👌👌

नई पीढ़ी को इनके नाम भी शायद 🤔 नहीं मालूम ? तो सुनो – *बेला तो पृथ्वीराज चौहान की बेटी थी और कल्याणी जयचंद की पौत्री।* *मुहम्मद गोरी* हमारे देश को लूटकर जब अपने वतन गया तो *गजनी के सर्वोच्च काजी व गोरी के गुरु निजामुल्क* ने मोहम्मद गौरी का अपने महल में स्वागत करते हुए कहा। “आओ गौरी आओ! हमें तुम पर नाज है कि तुमने हिन्दुस्तान पर फतह करके इस्लाम का नाम रोशन किया है। कहो सोने की चिड़िया हिन्दुस्तान के कितने पर कतर कर लाए हो।’’ ‘‘काजी साहब ! मैं हिन्दुस्तान से सत्तर करोड़ दिरहम मूल्य के सोने के सिक्के, चार सौ मन सोना और चांदी, इसके अतिरिक्त मूल्यवान आभूषणों, मोतियों, हीरा, पन्ना, जरीदार वस्त्रों और ढाके की मल-मल की लूट-खसोट कर भारत से गजनी की सेवा में लाया हूं।’’ ‘‘बहुत अच्छा ! लेकिन वहां के लोगों को कुछ दीन-ईमान का पाठ पढ़ाया कि नहीं”? ‘‘बहुत से लोग इस्लाम में दीक्षित हो गए हैं’’! “और बंदियों का क्या किया”? “बंदियों को गुलाम बनाकर गजनी लाया गया है। अब तो गजनी में बंदियों की सरेआम बिक्री की जा रही है। एक-एक गुलाम दो-दो या तीन-तीन दिरहम में बिक रहा है”। ‘‘हिन्दुस्तान के काफिरो के मंदिरों का क्...