शत नमन देवी अहिल्या🙏
शत नमन देवी अहिल्या, शत नमन तेरे काज को
राष्ट्रीय चिंतन देश के प्रति,,, धार्मिक- प्रवृत्ति शील स्वभावी
ब्रह्मा मुहूर्त नित्य उठ कर, भक्ति में बनी शिव पुजारी
प्रजा पुत्र में भेद कैसा, न्याय दंड मिले एक ही सबको
शत नमन तेरे काज को,,,
बाल्यकाल से वीरयोध्दा,
चरवाहे के घर में जन्मी
शिव आराधना अर्जित कौशल, राजमाता होल्कर बनी
गुणों से मुख्य धारा में ला दी, मनमाने उद्दंड पति को
शत नमन तेरे काज को
आक्रांताओ के क्रूरता की तीर्थ मंदिरों में निशानी. ...
खंडित मूर्ति और टूटे स्थल, फिर से पुनर निर्माण करायी
देश के चहुँ ओर से गूंजे , पुण्यश्लोक लोकमाता तुम्हीं हो
शत नमन तेरे काज को,
रण नीति की कुशलता, हर योध्दा पर भारी ही पड़ती
शत्रु भी युद्ध टाल देते,,, शब्द लिपि की हस्त सिद्धि थी
पति पिता पुरा वंश खोकर फिर भी ध्यान रखी प्रजा के हित को
शत नमन तेरे काज को।
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