विशुद्ध संदेश🤔*
एक दिन मुल्ला नसरुद्दीन जोश-जोश में अपने गधे को घर की छत पर ले गए... जब नीचे उतारने लगे तो गधा नीचे उतर ही नहीं रहा था। 😂😂
बहुत कोशिश के बाद भी जब नाकाम हुए, तो ख़ुद ही नीचे उतर गए और गधे के नीचे उतरने का इंतज़ार करने लगे। 😂😂
कुछ देर गुज़र जाने के बाद मुल्ला नसरुद्दीन ने महसूस किया कि गधा छत को लातों से तोड़ने को कोशिश कर रहा है..😂😂
मुल्ला नसरुद्दीन बहुत चिंतित हुए कि छत तो नाज़ुक है, इतनी मज़बूत नहीं कि गधे की लातों को सहन कर सके... 😂😂
दोबारा ऊपर भागे और गधे को नीचे लाने का प्रयास किया, लेकिन गधा अपने हठ पर अड़ा हुआ था और छत को तोड़ने में लगा हुआ था। 😂😂
मुल्ला उसे धक्के देकर नीचे लाने का प्रयास करने लगे तो गधे ने मुल्ला को लात मारी और वह नीचे गिर गए। 😂😂
गधा फिर छत को तोड़ने लगा... अंततः छत टूट गयी और गधे समेत धरती पर आ गिरी। 😂😂
मुल्ला देर तक इस विषय पर मनन करते रहे और फिर स्वयं से कहा कि कभी भी गधे को ऊँचे मकाम पर नहीं ले जाना चाहिये.
😂😂
एक तो वह ख़ुद को हानि पहुंचाता है, दूसरा स्वयं उस स्थान को भी बिगाड़ता है और तीसरा ऊपर ले जाने वाले को भी हानि पहुँचाता है। 😂😂.
*मेरा विचार है कि हमें एक बार भी गधे को ऊँचे स्थान पर ले जाने की भूल नहीं करनी चाहिए..! 😂😂*
*बड़ी कठिनाई से हमारी छत सुदृढ़ हो रही है।*
*आप तो समझ ही गये होंगे!*
*विशुद्ध संदेश🤔*
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