*!! संगती !!*
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*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*
*!! संगती !!*
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एक बार एक शिकारी शिकार करने गया, शिकार नहीं मिला, थकान हुई और एक वृक्ष के नीचे आकर सो गया। पवन का वेग अधिक था, तो वृक्ष की छाया कभी कम-ज्यादा हो रही थी, डालियों के यहाँ-वहाँ हिलने के कारण।
वहीं से एक अतिसुन्दर हंस उड़कर जा रहा था, उस हंस ने देखा की वह व्यक्ति बेचारा परेशान हो रहा हैं, धूप उसके मुँह पर आ रही हैं तो ठीक से सो नहीं पा रहा हैं, तो वह हंस पेड़ की डाली पर अपने पंख खोल कर बैठ गया जिससे उसकी छाँव में वह शिकारी आराम से सोयें।
जब वह सो रहा था तभी एक कौआ आकर उसी डाली पर बैठा, इधर-उधर देखा और बिना कुछ सोचे-समझे शिकारी के ऊपर अपना मल विसर्जन कर वहाँ से उड़ गया। तभी शिकारी उठ गया और गुस्से से यहाँ-वहाँ देखने लगा और उसकी नज़र हंस पर पड़ी और उसने तुरंत धनुष बाण निकाला और उस हंस को मार दिया।
हंस नीचे गिरा और मरते-मरते हंस ने कहा- मैं तो आपकी सेवा कर रहा था, मैं तो आपको छाँव दे रहा था, आपने मुझे ही मार दिया? इसमें मेरा क्या दोष?
उस समय उस पद्मपुराण के शिकारी ने कहा : यद्यपि आपका जन्म उच्च परिवार में हुआ, आपकी सोच आपके तन की तरह ही सुंदर हैं, आपके संस्कार शुद्ध हैं, यहाँ तक की आप अच्छे इरादे से मेरे लिए पेड़ की डाली पर बैठ मेरी सेवा कर रहे थे, लेकिन आपसे एक गलती हो गयी, कि जब आपके पास कौआ आकर बैठा तो आपको उसी समय उड़ जाना चाहिए था। उस दुष्ट कौए के साथ एक घड़ी की संगत ने ही आपको मृत्यु के द्वार पर पहुंचाया है।
*शिक्षा :-*
संसार में संगति का सदैव ध्यान रखना चाहिये। जो मन, कार्य और बुद्धि से परमहंस हैं उन्हें कौओं की सभा से दूरी बनायें रखना चाहिये।
*सदैव प्रसन्न रहिये - जो प्राप्त है, पर्याप्त है।*
*जिसका मन मस्त है - उसके पास समस्त है।।*
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जिन *औरतों* के *बैठने मात्र* से ही, *सोफ़ा 6 इंच धँस* जाता है...!
वो *Status* लिख रही हैं –
" *मुझे पलकों पे बैठा कर रखना* ..."!! 😂😂😜😁😁😂😂
*40* की *भिंडी* लाकर, पड़ोसन को *20* में देता रहा
फिर *भी बात नहीं* बन रही थी!
*बाद* में पता चला कि *दूसरा पड़ोसी, 10* में दे रहा था।
हर जगह *Competition* 😐😐
*शनिवार* को *बीबी* से *झगड़ा* करिये!
तथा *सोमवार* को *दोस्ती* इससे।
*रविवार* को होने वाले *खर्च* से,
*मुक्ति* मिल जाएगी!! 😐🙄😂🤣
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