जीवन_का_सत्य🙏
जीवन की अनिश्चितता एवम् जीवन_का_सत्य
जीवन… एक सुंदर, पर अत्यंत अनिश्चित कथा है.
कभी कोई सैर पर निकला — और गोली उसकी अंतिम विदाई बन गई.
कोई विजय उत्सव देखने गया — और भीड़ ने उसे हमेशा के लिए खामोश कर दिया.
कोई अपने सपनों को उड़ान देने चला था — और विमान ही उसकी चिता बन गया.
और कोई छात्रावास में भविष्य के सपने बुन रहा था — आकाश से मौत बरस गई…..........
किसी ने भी नहीं सोचा था कि मृत्यु यूँ छुपकर आएगी,
और जीवन के रंगमंच से अचानक पर्दा गिरा देगी.
हम जीवन के पन्नों पर कल की योजनाएँ रचते हैं,
पर प्रारब्ध शायद मुस्कराकर कहता है
“मैंने कुछ और ही सोचा है तुम्हारे लिए…”
तो फिर क्यों न इस पल को पूर्णता से जिया जाए?
क्यों न हर रिश्ते को गहराई से महसूस किया जाए?
ना मन में कोई शिकवा हो, ना हृदय में कोई विष घुले.
माफ़ कर दीजिए, गले लगा लीजिए,
क्योंकि कौन जाने… अगला सूरज किसके लिए उगेगा या नहीं।
जीवन एक अमूल्य उपहार है — इसे कल के इंतज़ार में मत खोइए।
हर क्षण को प्रेम से सजाइए, और अपनों के साथ बाँटिये
🌸 क्योंकि अंत में, सांसें थम जाती हैं… पर यादें रह जाती हैं.
🙏🙏🙏🙏🙏
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