राम नाम का महात्म्य
राम नाम की महिमा अनंत और अपार है। भगवान राम से भी बड़ा है उनका नाम। भगवान स्वयं भी राम नाम की महिमा का गुणगान करते हैं। राम नाम का जाप करने से बड़े से बड़े संकट भी टल जाते हैं और हर समस्या का समाधान मिल जाता है।
रामायण में एक प्रसंग आता है जिसमें भगवान शिव भी राम नाम की महिमा का गुणगान करते हैं। भगवान शिव कहते हैं कि भगवान राम से भी बड़ा उनका नाम है। राम नाम का जाप करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं और जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
राम नाम की ताकत का सबसे बड़ा उदाहरण हनुमान जी हैं। हनुमान जी ने राम नाम के बल पर समुद्र को लांघा, लंका को जलाया और पर्वत को उठाकर ले आए। राम नाम के बल पर ही उन्होंने असंभव को संभव बना दिया।
भगवान राम भी अपने भक्तों को कहते हैं कि जो राम नाम का सच्चे मन से जाप करता है, वह सभी कष्टों से मुक्त हो जाता है। तुलसीदास जी ने भी रामचरितमानस में राम नाम की महिमा का बहुत ही सुंदर वर्णन किया है-
राम नाम मनिदीप धरु जीह देहरी द्वार।
तुलसी भीतर बाहेरहुँ जौं चाहसि उजियार।।
इसका अर्थ है कि राम नाम एक ऐसा प्रकाश है जो अंदर और बाहर दोनों जगहों को रोशन कर देता है।
राम नाम का सच्चे मन से स्मरण करने से व्यक्ति को आत्मिक शांति मिलती है। जब भी जीवन में कोई कठिनाई आए, राम नाम का स्मरण करिए। यह नाम संजीवनी के समान है, जो हर रोग का उपचार कर सकता है। राम नाम का जाप करने वाला व्यक्ति कभी निराश नहीं होता। इसलिए, भगवान राम से भी बड़ा है उनका नाम, और यह नाम साक्षात् मोक्ष का द्वार है।
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