भारत का विभाजन कितनी बार हुआ?*

*आप में से कितने लोग जानते हैं कि भारत का विभाजन कितनी बार हुआ?* ✍️
*उत्तर- ब्रिटिश शासन द्वारा 61 वर्षों में सात बार।*
*अफगानिस्तान 1876 में भारत से अलग हुआ,*
*नेपाल 1904 में,*
*भूटान 1906 में,*
*तिब्बत 1907 में,*
*श्रीलंका 1935 में,*
*म्यांमार (बर्मा) 1937 में*
*और पाकिस्तान 1947 में।*

अखंड भारत हिमालय से लेकर हिंद महासागर तक और ईरान से लेकर इंडोनेशिया तक फैला हुआ था। 1857 में भारत का क्षेत्रफल 83 लाख वर्ग किलोमीटर था, जो वर्तमान में 33 लाख वर्ग किलोमीटर है।

1  *श्रीलंका*
अंग्रेजों ने 1935 में श्रीलंका को भारत से अलग कर दिया था। श्रीलंका का पुराना नाम सिंहलदीप था। सिंहलदीप का नाम बाद में सीलोन रखा गया। सम्राट अशोक के शासनकाल में श्रीलंका का नाम ताम्रपर्णी था। सम्राट अशोक के पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा बौद्ध धर्म का प्रचार करने के लिए श्रीलंका गए थे। श्रीलंका अखंड भारत का हिस्सा रहा है।

2 *अफगानिस्तान*
अफगानिस्तान का पुराना नाम उपगणस्थान था और कंधार का गांधार था। अफगानिस्तान एक शैव देश था। महाभारत में वर्णित गांधार अफगानिस्तान में है, जहां से कौरवों की मां गांधारी और मामा शकुनि थे। कंधार यानी गांधार का वर्णन शाहजहां के शासनकाल तक मिलता है। यह भारत का हिस्सा था। 1876 में रूस और ब्रिटेन के बीच गंडामक संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। संधि के बाद अफगानिस्तान को एक अलग देश के रूप में स्वीकार कर लिया गया।

3 *म्यांमार (बर्मा)*
म्यांमार (बर्मा) का प्राचीन नाम ब्रह्मदेश था।  1937 में म्यांमार यानी बर्मा को एक अलग देश की मान्यता अंग्रेजों ने दी थी। प्राचीन काल में यहां हिंदू राजा आनंदव्रत का शासन था।

4 *नेपाल*
नेपाल को प्राचीन काल में देवधर के नाम से जाना जाता था। भगवान बुद्ध का जन्म लुंबिनी में हुआ था और माता सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था जो आज नेपाल में है। अंग्रेजों ने 1904 में नेपाल को एक अलग देश बना दिया था। नेपाल को हिंदू राष्ट्र नेपाल कहा जाता था।  कुछ साल पहले तक नेपाल के राजा को नेपाल नरेश कहा जाता था। नेपाल में 81 प्रतिशत हिंदू और 9% बौद्ध हैं। सम्राट अशोक और समुद्रगुप्त के शासनकाल के दौरान नेपाल भारत का अभिन्न अंग था। 1951 में नेपाल के महाराजा त्रिभुवन सिंह ने भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से नेपाल को भारत में विलय करने की अपील की, लेकिन जवाहरलाल नेहरू ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया। 
5 *थाईलैंड*
थाईलैंड को 1939 तक स्याम के नाम से जाना जाता था। अयोध्या, श्री विजय आदि प्रमुख शहर थे। स्याम में बौद्ध मंदिरों का निर्माण तीसरी शताब्दी में शुरू हुआ था। आज भी इस देश में कई शिव मंदिर हैं। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी सैकड़ों हिंदू मंदिर हैं।

6 *कंबोडिया*
कंबोडिया संस्कृत नाम कंबोज से बना है, यह अखंड भारत का हिस्सा था। पहली शताब्दी से ही यहां भारतीय मूल के कौंडिन्य वंश का शासन था। यहां के लोग शिव, विष्णु और बुद्ध की पूजा करते थे। राष्ट्रीय भाषा संस्कृत थी। आज भी कंबोडिया में भारतीय महीनों के नाम जैसे चेत, विशाख, आषाढ़ का उपयोग किया जाता है। विश्व प्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जिसका निर्माण हिंदू राजा सूर्यदेव वर्मन ने करवाया था। मंदिर की दीवारों पर रामायण और महाभारत से संबंधित चित्र बने हुए हैं। अंकोरवाट का प्राचीन नाम यशोधरपुर है।

7 *वियतनाम*
वियतनाम का प्राचीन नाम चंपादेश था और इसके प्रमुख शहर इंद्रपुर, अमरावती और विजय थे।  यहाँ आज भी शिव, लक्ष्मी, पार्वती और सरस्वती के कई मंदिर मिलेंगे। यहाँ शिवलिंग की भी पूजा की जाती थी। यहाँ के लोगों को चाम कहा जाता था जो मूल रूप से शैव थे।

8 *मलेशिया*
मलेशिया का प्राचीन नाम मलय देश था जो संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है पहाड़ों की भूमि। मलेशिया का वर्णन रामायण और रघुवंशम में भी किया गया है। मलय में शैव धर्म का पालन किया जाता था। देवी दुर्गा और भगवान गणेश की पूजा की जाती थी। यहाँ की मुख्य लिपि ब्राह्मी थी और संस्कृत मुख्य भाषा थी।

9 *इंडोनेशिया*
इंडोनेशिया का प्राचीन नाम दीपंतर भारत है जिसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। दीपंतर भारत का अर्थ है भारत के पार समुद्र। यह हिंदू राजाओं का राज्य था। सबसे बड़ा शिव मंदिर जावा द्वीप में था। मंदिरों पर मुख्य रूप से भगवान राम और भगवान कृष्ण की नक्काशी की गई थी। भुवनकोश सबसे पुराना ग्रंथ है जिसमें संस्कृत के 525 श्लोक हैं।

 इंडोनेशिया के प्रमुख संस्थानों के नाम या मोटो आज भी संस्कृत में हैं:-

इंडोनेशियाई पुलिस अकादमी – धर्म बीजाक्षण क्षत्रिय

इंडोनेशिया राष्ट्रीय सशस्त्र बल – त्रि धर्म एक कर्म

इंडोनेशिया एयरलाइंस – गरुड़ एयरलाइंस

इंडोनेशिया गृह मंत्रालय – चरक भुवन

इंडोनेशिया वित्त मंत्रालय – नगर धन रक्षा

इंडोनेशिया सुप्रीम कोर्ट – धर्म युक्ति

10 *तिब्बत*
तिब्बत का प्राचीन नाम त्रिविष्टम था जिसे दो भागों में विभाजित किया गया था। 1907 में चीनी और अंग्रेजों के बीच हुए समझौते के बाद एक हिस्सा चीन को और दूसरा लामा को दे दिया गया। 1954 में भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने चीनी लोगों के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए तिब्बत को चीन का हिस्सा स्वीकार कर लिया।

11 *भूटान*
1906 में अंग्रेजों ने भूटान को भारत से अलग कर दिया और एक अलग देश के रूप में मान्यता दी। भूटान संस्कृत शब्द भू उत्थान से बना है जिसका अर्थ है ऊँची भूमि।

12 *पाकिस्तान*
14 अगस्त 1947 को अंग्रेजों ने भारत का विभाजन किया और पाकिस्तान पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान के रूप में अस्तित्व में आया।  मोहम्मद अली जिन्ना 1940 से ही धर्म के आधार पर अलग देश की मांग कर रहे थे जो बाद में पाकिस्तान बन गया। 1971 में भारत के सहयोग से पाकिस्तान का फिर से विभाजन हुआ और बांग्लादेश अस्तित्व में आया। पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत के अंग हैं।

हम में से कितने लोग इस इतिहास से वाकिफ हैं?
जानने के लिए जरूर. पढ़ें,आगे भेजे। ⛳⛳

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