शुगर कम करने वाली रोटियां

भारतीय भोजन में गेहूं की रोटियों का महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए ये लाभकारी नहीं हैं। ऐसे में आप अपनी डेली डाइट में गेहूं की जगह दूसरे आटों को शामिल कर इस रोग को कंट्रोल कर सकते हैं।बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और खानपान के कारण भारत में डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी तेजी से पैर पसार रही है। चिंता की बात ये है कि कुछ साल पहले तक बढ़ती उम्र में होने वाली यह बीमारी अब हर उम्र के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। वहीं विज्ञान के विकास के बावजूद इस गंभीर बीमारी का स्थाई इलाज अभी तक नहीं खोजा जा सका है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि डायबिटीज के मरीज अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि इसी के माध्यम से वे अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। इनमें से सबसे जरूरी है सही आटे का चयन करना। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसे आटे जो आपकी डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार बनेंगे।

इसलिए जरूरी है आटे पर ध्यान देना
दरअसल, भारत के अधिकांश हिस्सों में भोजन में रोटी और चावल को मुख्य रूप से शामिल किया जाता है। डायबिटीज के मरीजों को अत्यधिक चावल के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इससे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होने के कारण इससे ब्लड शुगर बढ़ने की आशंका रहती है। वहीं गेहूं के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है। यही कारण है कि इसके अधिक सेवन से शरीर में ब्लड शुगर का स्तर भी बढ़ जाता है।रोग दूर करेगा रागी आटा
रागी सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी है, इसे मंडुआ भी कहते हैं। रागी में भरपूर मात्रा में आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम और फाइबर मौजूद होते हैं। यही कारण है कि यह काफी पौष्टिक होता है। इस आटे का सेवन करने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती, जिसके कारण यह वजन भी घटाता है। डायबिटीज में वजन पर कंट्रोल रखना भी जरूरी होता है। खास बात ये है कि यह आटा ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता। इसलिए आप बेफिक्र होकर इसका सेवन कर सकते हैं। आप रागी आटे की रोटी बनाने के साथ ही इसका डोसा या चीला भी बना सकते हैं।जबरदस्त है जौ का आटा
जौ का आटा डायबिटीज पीड़ितों के लिए बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक है। इससे आपका ब्लड शुगर और वजन दोनों ही कंट्रोल में रहते हैं। प्रोटीन से भरपूर इस आटे में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम लबालब होता है। हाई फाइबर होने के कारण यह लंबे समय तक आपके पेट को भरा हुआ रखता है। जौ के आटे में कार्बोहाइड्रेट काफी कम मात्रा में होता है, इसलिए इसे पचाना भी काफी आसान होता है। जिससे आपका पाचन तंत्र भी मजबूत रहता है।रोज खाएं राजगिरा का आटा
राजगिरा का आटा अक्सर लोग व्रत के दौरान खाते हैं। लेकिन यह आटा आप डेली डाइट में भी शामिल कर सकते हैं। यह आटा बहुत ही पौष्टिक और लाभकारी होता है, खासकर के डायबिटीज से पीड़ितों के लिए। इसमें कार्बोहाइड्रेट और ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है। यही कारण है कि यह डायबिटीज से पीड़ित लोगों का शुगर लेवल नहीं बढ़ने देता। आप इसकी रोटी, चीला, लड्डू आदि खा सकते हैं।

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