आंवला जैम..


सर्दियों की रात में ठंडक रहते हुए सवेरे नित्य कर्म पूजा पाठ के बाद में नाश्ते के लिये ताज़ा हरी मेथी के गरमागरम परांठे बनते हों तो संकोच करने का कोई मतलब ही नहीं होता...!

वैसे सर्दी में सादे परांठों के साथ अचार या अभी सामने आये चटपटे मसालेदार स्वादिष्ट परांठों के साथ हल्की मिठास का अहसास देने के लिये थोडा-सा ताज़ा बनाया गया आंवला जैम हो तो बस... और क्या चाहिये...!! 

हमारी स्वादयात्रा में तो यही था...

आपने अभी तक नही बनाया आंवला जैम... कोई बात नहीं...

सामग्री:
आंवला - 500 ग्राम  (15 -18)
चीनी - 500 ग्राम  (2,1/2 कप)
छोटी इलाइची - 4 -5
दाल चीनी - 2 टुकड़े
केसर 10 पंखुड़ी

विधि:
अच्छे आंवला लीजिये. आंवलों को 2 बार साफ पानी से अच्छी तरह धो लीजिये.

किसी बर्तन में एक कप पानी में आंवला डुबा कर आंच पर रखिये, बर्तन को अच्छी तरह ढक दीजिये, धीमी आंच पर आंवले को नरम होने तक पका लीजिये (प्रत्येक 5 मिनिट बाद आंवले चैक कर लीजिये, नरम होने तक आंवले पकाइये, अगर आप महसूस करते हैं कि आंवले में पानी खतम हो रहा है तब आंवले में थोड़ा पानी और डाल सकते है).

आंवले को छलनी में डालिये, अतिरिक्त पानी हटा दीजिये (इस पानी को दाल या सब्जी में डाल कर काम में लिया जा सकता है). आंवले ठंडे होने पर, बीज निकाल कर फांके बना लीजिये.

आंवले की फांकों को मिक्सर से  पीस लीजिये. 

स्टील की कढ़ाई मे आंवले का पेस्ट डालिये, चीनी डालकर मिलाइये और मीडियम आंच पर पकाने के लिये रखिये, लगातार चमचे से चलाते रहिये. चीनी घुलने के बाद, आंवले के पेस्ट का कलर बदलने लगता है.

थोड़ा थोड़ा पेस्ट लेकर टैस्ट करते रहिये, उंगली और अंगूठे के बीच चिपका कर देख लीजिये, मिश्रण ऊंगली पर चिपकने लगे और बिलकुल जैम जैसा गाढ़ा हो जाय. आंच बन्द कर दीजिये.

इलाइची छील लीजिये, इलाइची के दाने, केसर और दालचीनी को बारीक कूट कर पाउडर बनाकर जैम में मिला दीजिये. 

आपका स्वादिष्ट और स्वास्थ्य रक्षक आंवला जैम तैयार है.

आंवला जैम को कांच या प्लास्टिक की बोटल में भर कर रख लीजिये और साल भर तक आंवला जैम खाइये.

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