चौमुख नाथ महादेव मंदिर

" *घुमक्कड़*"
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
 नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवायः॥

आज चलते है पांचवीं शताब्दी गुप्त काल का दुर्लभ चौमुखनाथ शिव मंदिर यह पन्ना जिले से 55 किलोमीटर दूर सलेहा जिला के 6 किलोमीटर दूर नचना-कुठार गाव मे स्थित है । जो की देश के सबसे पुराने मन्दिरों में से एक है
चौमुख नाथ महादेव मंदिर (Chaumukh Nath Shiva Temple) का इतिहास ही अनोखा है . . .
 कहते है अति प्राचीन इस मंदिर में भगवान शिव के चार मुख वाली प्रतिमा स्थापित है। प्रतिमा का हर मुख अलग-अलग रूप वाला है।
चौमुखनाथ मंदिर के गर्भगृह में एक पांच फुट ऊंचा चतुर्मुखी शिवलिंग है जिसके चार मुख है अर्थातचतुर्मुखी प्रतिमा में एक मुख पहला विषपान का रौद्र रूप,दूसरा अर्धनारीश्वर का रूप,तीसरा मुख भगवान का समाधि में लीन तपस्वी रूप,और चौथा विवाह के समय का श्रंगार रूप अर्थात् चौथा मुख भगवान के दूल्हे के वेष का है। इसको गौर से देखने पर भगवान के दूल्हे के रूप के दर्शन होते हैं। 

प्रतिमा का सूक्ष्मता के साथ दर्शन करने पर सभी रूप उभरकर आते हैं। यह प्रतिमा अपने आप में अद्भुद है और दुर्लभ है . . .

नचना के कुछ मंदिर पांचवी और छटवी शताब्दी के बने है पुरावेत्ता पिया ब्राकासियो के अनुसार औरंगाबाद जिले मे बने अजन्ता-एलोरा का निर्माण करने वाले और नचना के हिन्दु मंदिरों का निर्माण करने वाले एक ही  हो सकते हैं।
साभार💐💐

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