लल्लू के बच्चे
(सार्थक व्यंग्य)
कलेक्टर के घर के सामने लल्लू ने घर खरीद लिया😀दोनों के दो दो बच्चे थे....
एक दिन मोहल्ले में आइसक्रीम बेचने वाला आया तो लल्लू के बच्चों ने बोला:- हमें आइसक्रीम खानी है😀
लल्लू ने झट 20 रूपये दिये और कहा:-
जाओ खा लो.......
आइसक्रीम वाला कलेक्टर के घर के सामने पहुंचा, तो उसके बच्चों ने भी आइसक्रीम खाने के लिए कहा.
कलेक्टर बोला:-
बच्चों ! यह डर्टी होती है,अच्छी नहीं है.बीमार हो जाओगे और बच्चे बेचारे मन मसोस कर बैठ गए🤔
दो दिन बाद रेवड़ी गजक वाला मोहल्ले में आया.फिर लल्लू के बच्चों ने गजक खाने की इच्छा जताई तो लल्लू ने झट 20 रूपये दिये और बच्चों ने गजक खा ली😀
अब गजक वाला कलेक्टर के घर के पास पहुंचा तो उसके बच्चों ने भी गजक खाने की जिद करी🤔
कलेक्टर ने कहा:- बेटा !इस पर डस्ट लगी होती है.बीमारी हो जाती है😎
बच्चे फिर मुँह लटका कर बैठ गए.... 😭
कुछ दिन बाद मोहल्ले में मदारी आया,जो बंदर नचा रहा था😀
लल्लू के बच्चों ने कहा:-हमें बंदर के साथ खेलना है😀
लल्लू ने मदारी को 50 रूपये दिए और थोड़ी देर बच्चों को बंदर से खेलने को कह दिया. बच्चे 😃
अब कलेक्टर के बच्चों ने भी कहा:- उन्हें भी बंदर के साथ खेलना है🤔
कलेक्टर बोला:- अरे कैसी गंदी बात है.बंदर जानवर है. काट लेता है यह कोई खेलने वाली चीज है❓😎
बच्चे बेचारे फिर चुप चाप बैठ गए.... 😭
कुछ दिन बाद कलेक्टर ने अपने बच्चों से पूछा:- बच्चो बताओ, बड़े होकर क्या बनना चाहते हो❓😎
तो बच्चों ने तपाक से उत्तर दिया:- लल्लू के बच्चे
😀😀😀😝😝😝😝😝😝
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