एक सच बात
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल में पढ़ा करता था।
मैंने अपने घरवालों को मार्कशीट दिखाई जिसमें मुझे गणित में 100 में से 90 अंक प्राप्त हुए थे।
घर वालों ने मार्कशीट देखी और मुझे पीटने लगे तुम इतने समझदार कब से हो गए, जरूर 9 के 90 करें है....
"0" अपने आप बढ़ाते हो कमीने बोल बोल कर मुझे को पीट रहे थे और मैं रो रहा था, मैं हाथ जोड़ जोड़ कर बोल रहा था कि मैंने "0" नहीं बढ़ाया ।
मगर घरवाले कुछ सुनने के मूड में नहीं थे और मुझे पीटे जा रहे थे।
आज भी मैं इतने सालों बाद यही कहूंगा कि मैंने "0" नहीं बढ़ाया था,
*मैंने "9" बढ़ाया था ।*
😂🤣😂😭🤣😂
Comments
Post a Comment