एक सुंदर अदभुत कविता
*"सही कर्म" वह नहीं है ,*
*जिसके "परिणाम"*
*हमेशा सही हो....!!!!*
*सही कर्म वह है ,*
*जिसका "उद्देश्य" कभी*
*गलत ना हो........!!!!*
एक सुंदर अदभुत कविता
*मैंने एक फूल से कहा*:...
कल तुम मुरझा जाओगे:..!
*फिर क्यों मुस्कुराते हो* ..?
व्यर्थ में यह ताजगी ...
*किस लिए लुटाते हो* ..??
फूल चुप रहा...!!
*इतने में एक तितली आई* ..!
पल भर आनन्द लिया ..!
*उड़ गई* ..!!
एक भंवरा आया..!
*गान सुनाया* ..!
सुगन्ध बटोरी..!
*और आगे बढ़ गया* ..!!
एक मधुमक्खी आई..!
*पल भर भिन भिनाई* ..!
पराग समेटा ..! और ...
*झूमती गाती चली गई* ..!!
खेलते हुए एक बालक ने ...
*स्पर्श सुख लिया* ..!
रूप-लावण्य निहारा..!
*मुस्कुराया*..! और...
खेलने लग गया..!!
*तब फूल बोला*:-----
मित्र !
*क्षण भर को ही सही*:...
मेरे जीवन ने कितनों...
*को सुख दिया* ..!
क्या तुमने भी कभी..?
*ऐसा किया* ..???
कल की चिन्ता में ...
*आज के आनन्द में* ...
विराम क्यों करूँ..?
*माटी ने जो* ...
रूप, रंग, रस, गन्ध दिए ..!
*उसे बदनाम क्यों करूँ*..?
मैं हँसता हूँ..! क्योंकि...
*हँसना मुझे आता है* ..!
मैं खिलता हूँ..! क्योंकि ...
*खिलना मुझे सुहाता है* ..!
मैं मुरझा गया तो क्या ..?
*कल फिर एक* ...
नया फूल खिलेगा ..!
*न कभी मुस्कान* रुकी है ..
न ही सुगन्ध ...!!
*जीवन तो एक* सिलसिला है ..!
*इसी तरह चलेगा* :!!
जो आपको मिला है ...
*उस में खुश रहिये* ..!
और प्रभु का ...
*धन्यवाद कीजिए* ..!
क्योंकि आप जो ...
*जीवन जी रहे हैं* ...
वो जीवन कई लोगों ने ...
*देखा तक नहीं है*..!
खुश रहिये ..!
*मुस्कुराते रहिये* ..!
और अपनों को भी ...
*खुश रखिए* ..!
🌹🙏😊🙏🌹
धन्यवाद
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