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Today is world husband's day...

😂😂😂😂😂😂😂 * 32 दांत दिखाकर फोन लॉक किया* *था...* *रात को एक दांत गिर गया...* *अब लॉक खुल नहीं रहा...*🥲 😜😜😜😜😜😜😜 Today is Husband Appreciation Day . Let us keep 2 minutes silence and read some quotes of great personalities.  First quote After marriage, husband and wife become two sides of a coin, they just can’t face each other, but still they stay together. – Al Gore  A good wife always forgives her husband when she’s wrong. – Barack Obama  When you are in love, wonders happen. But once you get married, you wonder, what happened. - Steve Jobs  And the best one is… Marriage is a beautiful forest where Brave Lions are killed by Beautiful Deers. - Brad Pitt  National Husband Appreciation Day !! 💐😀 Laughter Therapy  While getting married, most of the guys say to girl's parents,  " I will keep your daughter happy for the rest of her life ". Have you ever heard a girl saying something like this to the boy's parents like I will keep your son hap...

Baharon Mera Jeevan Bhi Sanwaro" Song Review

Let’s start the day with Himalaya Film’s 1966 drama film *”Aakhri Khat”* written and directed by Chetan Anand.  The film starred Rajesh Khanna and Indrani Mukherjee. They were supported by Master Bunty, Nana Palsikar, Manvendra Chitnis, Mohan Choti and Tun Tun.  Aakhri Khat was Rajesh Khanna's first release, followed by Raaz. This was Rajesh Khanna's debut film. He was offered "Raaz" (1967) earlier but it was released only the next year. Khanna landed the lead role in this Chetan Anand film by winning a talent contest conducted by Filmfare and a consortium of film producers who had come together to form a banner called United Producers. As a winner of this contest, Rajesh Khanna got the opportunity to feature in films by each of these producers. Other than Anand, this group of producers included G.P. Sippy, B.R. Chopra, Shakti Samanta, Nasir Husain, and Bimal Roy. The film was remade in Tamil as "Poonthalir" (1979) and in Telugu as "Chinnari Chitti Babu...

सुनार की तकदीर

*❄️ आज का प्रेरक प्रसंग ❄️*         *!! सुनार की तकदीर !!* ~~~~~~~~~       एक बार किसी देश का राजा अपनी प्रजा का हाल-चाल पूछने के लिए गाँवों में घूम रहा था। घूमते-घूमते उसके कुर्ते के सोने के बटन की झालर टूट गई, उसने अपने मंत्री से पूछा, कि इस गांव में कौन सा सुनार है, जो मेरे कुर्ते में नया बटन बना सके? उस गांव में सिर्फ एक ही सुनार था, जो हर तरह के गहने बनाता था, उसको राजा के सामने ले जाया गया।      राजा ने कहा, कि तुम मेरे कुर्ते का बटन बना सकते हो ?      सुनार ने कहा, हुज़ूर यह कोई मुश्किल काम थोड़े ही है ! उसने, कुर्ते का दूसरा बटन देखकर, नया बना दिया। और राजा के कुर्ते में फिट कर दिया।।      राजा ने खुश होकर सुनार से पूछा, कि कितने पैसे दूं ?       सुनार ने कहा :- "महाराज रहने दो, छोटा सा काम था।"      उसने, मन में सोचा, कि सोना राजा का था, उसने तो सिर्फ मजदूरी की है। और राजा से क्या मजदूरी लेनी है...!      राजा ने फिर से सुनार को कहा कि, नहीं-नहीं, बोलो कित...

चना

🟣 चना 🟣 चना मात्र एक दाल या बेसन ही नही अपितु कई रोगों के उपचार की गुणवान औषधि भी है जानिए चना के औषधीय गुण आयुर्वेद में चने की दाल और चने को शरीर के लिए स्वास्थवर्धक बताया गया है। चने के सेवने से कई रोग ठीक हो जाते हैं। क्योंकि इसमें प्रोटीन, नमी, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स पाये जाते हैं। स्वास्थ्य के लिए भी यह दूसरी दालों से पौष्टिक आहार है। चना शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। साथ ही यह दिमाग को तेज और चेहरे को सुंदर बनाता है। चने के सबसे अधिक फायदे इन्हे अंकुरित करके खाने से होते है! 1 सुबह खाली पेट चने से मिलते है कई फायदे शरीर को सबसे ज्यादा पोषण काले चनों से मिलता है। काले चने अंकुरित होने चाहिए। क्योंकि इन अंकुरित चनों में सारे विटामिन्स और क्लोरोफिल के साथ फास्फोरस आदि मिनरल्स होते हैं जिन्हें खाने से शरीर को कोई बीमारी नहीं लगती है। काले चनों को रातभर भिगोकर रख लें और हर दिन सुबह दो मुट्ठी खाएं। कुछ ही दिनों में र्फक दिखने लगेगा! 2 भीगे चने से लाभ रातभर भिगे हुए चनों से पानी को अलग कर उसमें अदरक, जीरा और नमक को मिक्स कर खाने से कब्ज और पेट दर्द...

!! विद्वान !!*

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*                 *!! विद्वान !!* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ एक महान विद्वान से मिलने के लिये एक दिन रोशनपुर के राजा आये। राजा ने विद्वान से पुछा, ‘क्या इस दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति है जो बहुत महान हो लेकिन उसे दुनिया वाले नहीं जानते हो?’ विद्वान ने राजा से विनम्र भाव से मुस्कुराते हुये कहा, ‘हम दुनिया के ज्यादातर महान लोगों को नहीं जानते हैं।’ दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो महान लोगों से भी कई गुना महान हैं। राजा ने विद्वान से कहा, ‘ऐसे कैसे संभव है’। विद्वान ने कहा, मैं आपको ऐसे कई व्यक्तियों से मिलवाऊंगा। इतना कहकर विद्वान, राजा को लेकर एक गांव की ओर चल पड़े। रास्ते में कुछ दुर पश्चात् पेड़ के नीचे एक बुढ़ा आदमी वहाँ उनको मिल गया। बुढ़े आदमी के पास एक पानी का घड़ा और कुछ डबल रोटी थी। विद्वान और राजा ने उससे मांगकर डबल रोटी खाई और पानी पिया। जब राजा उस बूढ़े आदमी को डबल रोटी के दाम देने लगा तो वह आदमी बोला- महोदय, मैं कोई दुकानदार नहीं हूँ। मैं बस वही कर रहा हूँ जो मैं इस उम्र में करने योग्य हूँ। मेरे बेटे का डबल रोटी का व्य...

क्रांतिकारी पत्रकार गणेशशंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस

25 मार्च 1931 क्रांतिकारी पत्रकार गणेशशंकर विद्यार्थी का बलिदान  चंद्रशेखर आजाद और भगतसिंह की भेंट इन्हीं ने कराई थी राष्ट्र और संस्कृति को सर्वोपरि मानते थे  --- रमेश शर्मा  सार्वजनिक जीवन या पत्रकारिता में ऐसे नाम विरले हैं जिनका व्यक्तित्व व्यापक है और जो विभिन्न विचारों में समन्वय बिठा कर राष्ट्र और संस्कृति की सेवा में समर्पित रहे हों । ऐसे ही  क्राँतिकारी पत्रकार थे गणेश शंकर विद्यार्थी । उन्हे उनके जीवन में और जीवन के बाद भी सब अपना मानते हैं । वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अहिसंक आँदोलन में जहाँ स्वयं सीधे जुड़े थे तो वहीं क्राँतिकारी आँदोलन के बलिदानियों के अज्ञातवास की व्यवस्था करते थे । यह व्यवस्था उनके रुकने से लेकर धन प्रबंध तक होती थी । वे पाँच बार जेल गये । वे राष्ट्र के लिये सामाजिक और साम्प्रदायिक एकता आवश्यक मानते थे और कहते थे कि राष्ट्र का आधार समन्वय और सद्भाव है संस्कृति राष्ट्र पहचान है । पूजा उपासना पद्धति पृथक होने से राष्ट्रीयता नहीं बदलती।  इसलिये सबके लिये राष्ट्र और संस्कृति सर्वोपरि होना चाहिए । वे सदैव इसी अभियान में लगे रहे और इ...

कोविड vs महाकुंभ

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इस जीवन में दो अद्भुत चीज देखने को मिली: पहला कोविड और दूसरा महाकुंभ एक ने दूरी बढ़ायी और दूसरे ने घटाई। बिलकुल!  1. कोविड ने कहा – "दूरी बना लो, जान बचा लो!" महाकुंभ ने कहा – "भीड़ बढ़ा लो, पुण्य कमा लो!" कोविड बोला – "मास्क लगाओ, घर में रहो!"  2. महाकुंभ बोला – "डुबकी लगाओ, मुक्ति पाओ!"  एक ने साँसों को उलझा दिया, दूजे ने हर हर गंगे का नारा दिया! कोई बोला – चार दिवार रहो ,,,सुरक्षित रहो' तो कोई बोला – 'संगम चलो, भवसागर से पार चलो' ये ज़िंदगी भी अजीब रंग दिखाती है, कभी दूरी ज़रूरी हो जाती है, तो कभी भीड़ ही सबसे बड़ी ताकत बन जाती है...!