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Showing posts from June, 2024

जामुन की मोटी लकड़ी का उपयोग

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अगर जामुन की मोटी लकड़ी का टुकडा पानी की टंकी में रख दे तो टंकी में शैवाल, हरी काई नहीं जमेगी और पानी सड़ेगा भी नहीं। जामुन की इस खुबी के कारण इसका इस्तेमाल नाव बनाने में बड़ा पैमाने पर होता है। पहले के जमाने में गांवो में जब कुंए की खुदाई होती तो उसके तलहटी में जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता था जिसे जमोट कहते है। दिल्ली की निजामुद्दीन बावड़ी का हाल ही में हुए जीर्णोद्धार से ज्ञात हुआ 700 सालों के बाद भी गाद या अन्य अवरोधों की वजह से यहाँ जल के स्तोत्र बंद नहीं हुए हैं। भारतीय पुरातत्व विभाग के प्रमुख के.एन. श्रीवास्तव के अनुसार इस बावड़ी की अनोखी बात यह है कि आज भी यहाँ लकड़ी की वो तख्ती साबुत है जिसके ऊपर यह बावड़ी बनी थी। श्रीवास्तव जी के अनुसार उत्तर भारत के अधिकतर कुँओं व बावड़ियों की तली में जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल आधार के रूप में किया जाता था। स्वास्थ्य की दृष्टि से विटामिन सी और आयरन से भरपूर जामुन शरीर में न केवल हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता। पेट दर्द, डायबिटीज, गठिया, पेचिस, पाचन संबंधी कई अन्य समस्याओं को ठीक करने में अत्यंत उपयोगी है। एक रिसर्च के मुता...

Tera Mera Pyaar Amar"* Song Review

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Let’s start the day with L B Lachmana& L B Thakur’s 1962 romantic drama film *” Asli Naqli”* directed by Hrishikesh Mukherjee.  The film starred Dev Anand and Sadhna. They were supported by Leela Chitnis, Nazir Hussain, Anwar Hussain, Sandhya Roy, Indira Billi, Mukri, Keshto Mukherjee and Motilal.  This film's story is partly inspired by The Definite Object, a 1917 romance novel by the British writer Jeffery Farnol. There is a scene in which Nazir Hussain praises the workmanship of an artifact to Dev Anand when the latter is disturbed. The same scene would be repeated by Hrishikesh Mukherjee in the film Namak Haram (1973) between Om Shivpuri and Amitabh Bachchan. After Anari & Mem Didi, Filmaker Hrishikesh Mukherjee Made Asli Naqli. This song “Tera mera pyaar amar hai” is an iconic song. It is truly a classic song and an evergreen one. *"Tera Mera Pyaar Amar"* lyrics by Shailendra, composed by Shanker Jaikishan and sung by Lata Mangeshkar 🎤🎵🎶🎧

आज की प्रेरणा प्रसंग

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2️⃣8️⃣❗0️⃣6️⃣❗2️⃣0️⃣2️⃣4️⃣         * ♨️आज की प्रेरणा प्रसंग♨️* *🌷ईश्वर सबकी सुनता हैं,हर पल हम सभी को देख रहा है!!🌷* शहर के बीचोबीच एक हाइ सोसाइटी की बिल्डिंग थीं ! उसमें सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर अविनाश रहता था । वो रोज खाना खाने के बाद रात को 9 से 10 बजे तक ऊपर छत पर घूमता था । उस बिल्डिंग के पास ही कुछ झुग्गी झोपड़ी बनी हुई थी ।पिछले एक-डेढ़ महीने से वो रोज उस बच्चे को देख रहा था, जो रोज एक गुब्बारे को छोड़ देता था और उसे तब तक देखता रहता जब तक वह आँखों से ओझल न हो जाए । एक दिन अविनाश दोस्त से बात करने में थोड़ा लेट हो गया और जब ऊपर घूमने गया तो उसे वो बच्चा नहीं दिखा । अविनाश ने ऊपर देखा की कही गुब्बारा उड़ता हुआ दिख जाये तो उसे वो गुब्बारा पानी की टंकी में अटका हुआ दिखा । अविनाश समझ गया की यह उस बच्चे का ही है और उसने सोचा की उस गुब्बारे को निकालकर उड़ा दूँ । वह टंकी पर चढ़ा उसने देखा गुब्बारे पर कुछ लिखा हुआ था। अविनाश उसे पढ़कर बैचेन हो गया । उस पर लिखा था कि  "हे ऊपर वाले ! मेरी माँ की तबियत बहुत खराब है और उसके इलाज के लिए किसी को भेज दें ! मेरे पास ...

Na Yeh Chand Hoga" Song Review

Let’s start the day with Filmistan’s 1954 film *”Shart”* directed by B Mitra.  The film starred Shyama, and Deepak. They were supported by Moolchand, Mohana, Chaman Puri and I S Johar.  Remake of Stranger On a Train. In a scene where Deepak (Robin) & Shyama (Kamini) are listening to songs on a radio, Kamini tunes the radio to play a song "Mere dil ko tadpake kahan chale". This song is from the movie Shabnam (1949) also directed by B.Mitra.  Today’s song has two versions. Female version is sung by Geeta Dutt and picturised on Shyama. Male version is sung by Hemant Kumar and picturised on Deepak. It is not advisable to compare the two. Instead, it is advisable to savour both the versions. This song has gone on to become an iconic song. The lyrics of this song must be one of the most well known lyrics that S H Bihari ever wrote. The music was composed by Hemant Kumar and it was just his second movie as a music director. This movie was preceded by “Anandmath” and followed...